सारण: जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित मकेर प्रखंड के परशुरामपुर गांव वार्ड 2 में गंडक नदी का पानी फैल चुका है. पूरा गांव अस्त-व्यस्त हो चुका है. लोगों का घर डूब चुका है. साथ ही घर में घुटने भर पानी जमा हो गया है. ऐसे में लोग गांव से पलायन कर उचित स्थान पर शरण ले रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी अब तक इनका हाल तक जानने नहीं आया है.
बता दें कि गांव के लोगों के पास खाने के लिए राशन नहीं है. बाढ़ प्रभावित लोग अपनी बदहाल स्थिति में सरकार से मदद मिलने के आस में हैं. कुछ लोग गांव में ही जान हथेली पर रखकर पानी में रात भर रहने को मजबूर हैं. वहीं, स्थानीय विधायक चोकर बाबा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मकेर प्रखंड के परशुरामपुर गांव वार्ड नंबर 2 में शनिवार को पहुंचे.
'जरूरी सामानों का किया जाएगा वितरण'
विधायक चोकर बाबा ने लोगों के बीच साड़ी, चूड़ा, मीठा और मास्क का वितरण किया. साथ ही उन्होंने लोगों को अन्य जरूरी सामाग्रियों के आवंटन का आश्वासन दिया. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि जरूरी सामानों का वितरण किया जाएगा.