छपरा: सारण जिले में (Chapra) जयप्रकाश विश्वविद्यालय एक बार फिर लापरवाही सामने आयी है. दरअसल छपरा शहर स्थित ब्रह्मपुर स्थित प्रभुनाथ सिंह कॉलेज बाढ़ (Flood Water Enter In College) के पानी से घिरा हुआ था. बावजूद इसके इसे बीएड प्रवेश परीक्षा का सेंटर बनाया गया. जो कि हास्यास्पद है. नदी के उफान से महाविद्यालय के चारों तरफ लबालब पानी भर गया है. ऐसे में छात्रों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर परीक्षा दी. सेंटर तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर से परीक्षार्थी पहुंचे.
ये भी पढ़ें : Flood In Saran: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी, डोरीगंज में घरों में घुसा पानी
शुक्रवार को जिले में बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई .शहर के ब्रह्मपुर स्थित पीएन सिंह कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बाढ़ के पानी से इस इलाके में पानी भरा हुआ है. कॉलेज भी पूरी तरह से डूब चुका है. सड़क से कॉलेज के कमरों तक जाने में परीक्षार्थियों के पसीने उतर गए कुछ तो किसी तरह सेंटर पहुंच गए. अधिकांश बाहर ही खड़े रहे, फिर किसी तरह एक ट्रैक्टर का जुगाड़ किया गया और ट्रैक्टर भर भरकर परीक्षार्थियों को सेंटर पर ले जाया गया.
वहीं सेंटर तक पहुंचने को लेकर कोई व्यवस्था नहीं होने को लेकर परीक्षार्थियों ने परीक्षा आयोजन करने वाले बोर्ड और जिले के अधिकारियों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली. परीक्षार्थियों का कहना था कि कम से कम अफसरों को तो सेंटर तक परीक्षाथियों को पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए थी अब तो किसी तरह से परीक्षा तो देना ही है.
ये भी पढ़ें:बिहार में गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना पर मंडराया बाढ़ का खतरा
बता दें कि छपरा में 16 केंद्र बनाए गए थे जिनमें छपरा के पी एन सिंह कॉलेज और राजेंद्र कॉलेज में कमोबेश यही स्थिति है. बता दें कि बाढ़ का पानी कॉलेज में घुसने पर भयावाह स्थिति हो गई है. ऐसी स्थिति के बावजूद इसके प्रबंधन द्वारा परीक्षा केंद्र बनाना खतरे को निमंत्रण देने के समान है. परीक्षार्थी अंदर परीक्षा दे रहे थे और नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ता जा रहा था.