शिवहर: बिहार के शिवहर में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पदयात्रा समाप्त (Election Strategist Prashant Kishor Padyatra Ends In Sheohar) हो गई. जन सुराज पदयात्रा के 84वें दिन की शुरुआत मकसुदपुर कररिया पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ लालगढ़ हाई स्कूल से निकले. आज जन सुराज पदयात्रा पूर्वी चंपारण के कौड़िया, कृष्णा नगर, बाजितपुर, मधुबन उत्तरी, मधुबन दक्षिणी होते हुए तालिमपुर पंचायत के भगवान सिंह कॉलेज में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची. प्रशांत किशोर अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1000 किमी पैदल चल चुके हैं.
प्रशांत किशोर ने 4 आमसभाओं को किया संबोधित : इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 330 किमी और शिवहर में 120 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। आज पदयात्रा फिर से पूर्वी चंपारण जिले में प्रवेश कर गई और अगले कई दिनों तक जिले में रहेगी। दिन भर के पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 4 आमसभाओं को संबोधित किया और 5 पंचायत, 15 गांव से गुजरते हुए 19 किमी की पदयात्रा तय किया. इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया.
शिवहर में जन सुराज यात्रा समाप्त : जन सुराज पदयात्रा के दौरान कौड़िया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आप जब तक जात और धर्म के आधार पर वोट देते रहेंगे. तब तक आपका विकास कभी नहीं होगा. आप पुलवामा के नाम पर वोट देंगे तो आपको आपके हक का पेंशन भी नहीं मिलेगा और ये आपके कर्मों का नतीजा होगा. बिहार के जवान आज पढ़ लिख कर घर में बेरोजगार बैठा और बिहार का परिवार जात-पात खोजने में लगा है. आज लालू जी का बेटा दसवीं भी पास नहीं किया है और उनको चिंता है की मेरा बेटा मुख्यमंत्री कैसे बन जाए.
प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार पर साधा निशाना : चुनावी राणनीतिकाहर प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता जात और धर्म में ही उलझी रह जाती है. लालू-नीतीश ने अपने राज में पूरे बिहार की शिक्षा व्यवस्था पिछले 32 साल में पूरा ध्वस्त कर दिया है. पिल्लू लगे खिचड़ी स्कूलों में बच्चों को बाटा जा रहा है और उसको खा कर आपका बच्चा कलक्टर बनेगा?, तो मै कहूंगा कि नहीं. अगर यही स्थिति रही तो मजदूरी के अलावा आपका बच्चा कुछ नहीं करेगा. उन्होंने बिहार के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में पहले ही 50 नेता दल बना कर बैठे हैं, जो भी नेता आता है वो दल बना कर बैठ जाता है.
'वो सोचते हैं कि हम हैं आपके नेता और हमारे बाद हमारा बेटा होगा. यह जानते हुए भी कि ऐसे दल ना कभी आपका भला कर सकते हैं ना भला सोच सकते हैं. जनता भी सब जानते हुए उन्हें वोट देती है. अगर यही हाल रहा तो बिहार की आने वाली पीढ़ी की भी जिंदगी इसी बदहाली और गरीबी में बीतेगी. बिहार को कोई सुधार सकता है तो वो खुद बिहार के लोग हैं. बिहार को सुधारने के लिए मंगल ग्रह से लोग नहीं आयेंगे. बिहार तब सुधरेगा जब 5-6 हजार अच्छे ईमानदार आदमी मुखिया और 100 से 150 अच्छे लोग विधायक बनेंगे. बिहार में केवल मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बदलने से बिहार नहीं बदलने वाला है.' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार