सारण: जिले में बुधवार से तीन दिवसीय भूकंप जागरुकता सह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम सुब्रत कुमार सेन ने किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बिहार भूकंप के लिहाज से खतरनाक स्तर पर आता है. ऐसे में यहां इस तरह के भवनों को बनाना होगा, जिससे इन भवनों पर भूकंप का कम से कम असर हो. साथ ही उन्होंने इस आयोजन में अनुपस्थित रहने वाले अभियंताओं की एक दिन की सैलरी काटने का आदेश भी दिया.
भूकंप पर कार्यशाला का आयोजन
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि आज की परिस्थिति में यह आवश्यक है कि इस समय जो भी भवन बनाए जाएं, वो इस तरह से बने कि उन पर भूकंप का कम से कम असर हो. उन्होंने कहा कि बिहार का अधिकांश क्षेत्र सिस्मीक जोन तीन, चार और पांच में आता है. जो भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है. अगर पांच या 6 तीव्रता का भूकंप आता है तो यहां इससे भारी तबाही हो सकती है. ऐसे में हम इस तरह से भवनों का निर्माण करें कि उन पर भूकंप का कम से कम असर हो.
अनुपस्थित रहने वाले अभियंताओं पर कड़ी कार्रवाई
डीएम ने अभियंताओं से कहा कि आपकी और राज्य मिस्त्रियों की इस प्रशिक्षण में विशेष रूप से भूमिका है. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के जरिए स्कूली बच्चों को भी प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज के इस जागरुकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थित रहने वाले अभियंता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उनकी एक दिन की सैलरी काट ली जाएगी.