सारण (छपरा): बिहार में गंगा सहित कई प्रमुख नदियों के जलस्तर (Water Level Of Rivers) में हुई वृद्धि के बाद सूबे के सैकड़ों स्कूल के भवन बाढ़ के पानी (Flood Water In School) में गिर गए हैं. सारण जिले के इसुआपुर प्रखंड में दर्जनों स्कूल बाढ़ से प्रभावित (School Affected By Flood) हुए हैं. जिसके कारण हजारों छात्रों की शिक्षा को लेकर मुश्किलें बढ़ गई हैं.
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बात दें कि इसुआपुर प्रखंड के कई स्कूलों के हालात ऐसे हैं कि जब भी बारिश होती है, स्कूलों में पठन-पाठन बाधित हो जाता है. दरअसल, जब भी बारिश होती है तो स्कूलों की सभी कक्षाओं में बारिश का पानी भर आता है. सभी कक्षाओं में जलजमाव हो जाने से बच्चों के लिए बैठने की जगह नहीं रहती है. ऐसे में मजबूरन बच्चों को छुट्टियां दे दी जाती हैं.
इसुआपुर प्रखंड के आगैथर सुंदर पंचायत के सबसे निचले स्तर पर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सबलपुर लगभग 4 फीट गहरे पानी में डूबा है. जिसके कारण पठन-पाठन पूरी तरह से ठप है. हालत तो यह है कि स्वतंत्रता दिवस पर शिक्षकों को कमर भर पानी में जाना पड़ा था. पानी में अजगर और सांप देखकर शिक्षकों के रोंगटे खड़े हो गए. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षकों ने जैसे-तैसे स्कूल की छप पर झंडारोहण किया. उसके बाद से स्कूल में जाने की हिम्मत किसी की नहीं हो रही है.
वहीं, गोगरी और डबरा नदी का बांध टूटने से विक्रमा सिंह के टोला स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय टापू में तबदिल हो गया है. इसके साथ ही प्राथमिक विद्यालय फेनहारा गद्दी उत्तर टोला, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय छपिया बिनटोली, कन्या प्राथमिक विद्यालय केरवा, शांति रमन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरवारा, प्राथमिक विद्यालय केरवा, चौधरी टोला प्राथमिक विद्यालय बेला, उत्तर टोला नवसृजित मध्य विद्यालय, लौवा बेसिक स्कूल और केरवा पब्लिक स्कूल के कैंपस में भी डेढ़ से 2 फीट पानी जमा है. जिसे पठन-पाठन बाधित है.
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