सारण: जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र के मेहरौली कोईरी टोला निवासी गजेन्द्र सिंह का 35 वर्षीय पुत्र रामकुमार सिंह, जिसकी मृत्यु आठ माह पुर्व सुडान देश मे हो गई थी. जिसका शव स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रयास से उसके पैतृक गांव दफ्दरपुर लाया गया. मृतक रामकुमार सिंह गुजरात के शीला श्रेमिक नामक कम्पनी मे कार्य करता था.
केमिकल विस्फोट में हुई थी मौत
जानकारी के अनुसार रामकुमार सिंह 1 वर्ष पुर्व गया था सुडान गया था. जहां कार्य करने के क्रम मे आठ माह पुर्व केमिकल विस्फोट में उसकी मृत्यु हो गयी थी. मृत्यु के बाद कागजी प्रक्रिया और लॉकडाउन की वजह से उसका शव नहीं आ पा रहा था. जब इसकी जानकारी स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी को हुई. तो उन्होने अपने प्रयास से आठ माह बाद सुडान से शव को मंगलवार को प्लेन से दिल्ली लाया गया और वहां से एम्बुलेंस से दफ्दरपुर लाया गया.
लोगों ने सांसद को दिया धन्यवाद
शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक तीन भाईयों मे सबसे छोटा था. उसके दो पुत्री और 1 पुत्र है. सांसद के इस कार्य को भाजपा के पुर्व जिलाध्यक्ष अशोक सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता अरविन्द सिंह, पूर्व जिला मंत्री दिनेश सिंह राजन, सहित कई लोगों ने काफी सराहना करते हुए धन्यवाद दिया. बता दें कि रामकुमार सूडान में 4 दिसम्बर को हुए सेरामिक फैक्ट्री हादसे में मारे गए 23 लोगों में शामिल थे.