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अफवाहों से बचें! कोरोना कोई देवी या माता नहीं, खतरनाक संक्रमण है : सिविल सर्जन - chhapra corona update

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि कोरोना कोई देवी या माता नहीं है. बल्कि यह खतरनाक संक्रामक बीमारी है. यह किसी भी व्यक्ति को हो सकता है.

छपरा
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Published : Jun 2, 2020, 8:09 AM IST

छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से तरह-तरह के अफवाह फैलाई जा रही है. अब सोशल मीडिया के एक अफवाह ने कोरोना जैसे खतरनाक संक्रमण को देवी, माता का दर्जा दे दिया है. इतना ही नहीं गांव की महिलाएं कोरोना को देवी मानकर पूजा अर्चना भी कर रही हैं.

अफवाह से बचने की आवश्यकता
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि ऐसे समय इस अफवाह से बचने की आवश्यकता है. कोरोना कोई देवी या माता नहीं है. यह जागरुकता की कमी का प्रमाण है कि ऐसी अफवाह फैलाई गई है. कोरोना कोई दैविक प्रकोप नहीं है, बल्कि यह खतरनाक संक्रामक बीमारी है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है. यह संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. सीएस ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से तमाम प्रयास किये जा रहें है. कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करना, हाथों की नियमित धुलाई तथा आस-पास साफ-सफाई ही कारगर उपाय हैं.

saran
डॉ. माधवेश्वर झा, सिविल सर्जन

क्या है मामला
दरअसल, आजकल सोशल मीडिया पर एक महिला का वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें कोरोना को देवी या माता कहने की अफवाह फैलाई गई है, जिसके बाद कई गांवों की महिलाओं ने कोरोना वायरस को कोरोना माता समझकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी. यह महज एक अफवाह है. इस पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है.

जिम्मेदार बने और कोरोना के संक्रमण से बचें
सरकार द्वारा शुरू से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जा रही है. ऐसा कर आप स्वयं को सुरक्षित रखने के अलावा सामुदायिक संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होने से रोक सकते हैं. जरूरी सावधानियां अपनाकर आप खुद के अलावा अपने परिवार को और समुदाय को कोरोना के संक्रमण से बचा सकते हैं.

इन बातों का रखें ख्याल -

  • मास्क को साबुन एवं गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं.
  • सिर्फ एक बार के उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें.
  • हाथों को साफ पानी एवं साबुन से बार-बार धोते रहें.
  • किसी से भी हाथ मिलाने से परहेज करें.
  • घर का सामान जैसे बर्तन, पानी का ग्लास, बिस्तर, तौलिया या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को घर के दूसरे सदस्य के साथ साझा न करें.
  • संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग से थाली रखें एवं इसे अलग से गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं.
  • अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करें.
  • किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश अपने घर में नहीं होने दें.
  • आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में यदि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना आशा को तत्काल दें.
  • आपके घर से केवल एक व्यक्ति ही जरुरी सामानों की खरीदारी के लिए घर से बाहर जाए.
  • घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करें एवं वापस लौटने पर हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं.

छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से तरह-तरह के अफवाह फैलाई जा रही है. अब सोशल मीडिया के एक अफवाह ने कोरोना जैसे खतरनाक संक्रमण को देवी, माता का दर्जा दे दिया है. इतना ही नहीं गांव की महिलाएं कोरोना को देवी मानकर पूजा अर्चना भी कर रही हैं.

अफवाह से बचने की आवश्यकता
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि ऐसे समय इस अफवाह से बचने की आवश्यकता है. कोरोना कोई देवी या माता नहीं है. यह जागरुकता की कमी का प्रमाण है कि ऐसी अफवाह फैलाई गई है. कोरोना कोई दैविक प्रकोप नहीं है, बल्कि यह खतरनाक संक्रामक बीमारी है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है. यह संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. सीएस ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से तमाम प्रयास किये जा रहें है. कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करना, हाथों की नियमित धुलाई तथा आस-पास साफ-सफाई ही कारगर उपाय हैं.

saran
डॉ. माधवेश्वर झा, सिविल सर्जन

क्या है मामला
दरअसल, आजकल सोशल मीडिया पर एक महिला का वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें कोरोना को देवी या माता कहने की अफवाह फैलाई गई है, जिसके बाद कई गांवों की महिलाओं ने कोरोना वायरस को कोरोना माता समझकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी. यह महज एक अफवाह है. इस पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है.

जिम्मेदार बने और कोरोना के संक्रमण से बचें
सरकार द्वारा शुरू से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जा रही है. ऐसा कर आप स्वयं को सुरक्षित रखने के अलावा सामुदायिक संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होने से रोक सकते हैं. जरूरी सावधानियां अपनाकर आप खुद के अलावा अपने परिवार को और समुदाय को कोरोना के संक्रमण से बचा सकते हैं.

इन बातों का रखें ख्याल -

  • मास्क को साबुन एवं गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं.
  • सिर्फ एक बार के उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें.
  • हाथों को साफ पानी एवं साबुन से बार-बार धोते रहें.
  • किसी से भी हाथ मिलाने से परहेज करें.
  • घर का सामान जैसे बर्तन, पानी का ग्लास, बिस्तर, तौलिया या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को घर के दूसरे सदस्य के साथ साझा न करें.
  • संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग से थाली रखें एवं इसे अलग से गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं.
  • अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करें.
  • किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश अपने घर में नहीं होने दें.
  • आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में यदि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना आशा को तत्काल दें.
  • आपके घर से केवल एक व्यक्ति ही जरुरी सामानों की खरीदारी के लिए घर से बाहर जाए.
  • घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करें एवं वापस लौटने पर हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं.
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