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कांग्रेस की 5 सदस्य टीम पहुंची मशरख मृतकों के परिजनों से मिली - etv news

छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Spurious Liquor Case) को लेकर बिहार में सियासत तेज है. कांग्रेस पार्टी के 5 सदस्यी जांच टीम जहरीली शराब पीन से मारे गए मृतकों के परिजन से मिलकर घटना की जानकारी ली. राष्ट्रीय मानवधिकार आयोग भी छपरा में जांच करने पहुंची है. इस बीच आज कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी सारण पहुंचकर पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की है. पढे़ं पूरी खबर...

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Published : Dec 22, 2022, 11:09 PM IST

छपरा जहरीली शराब को लेकर बिहार में सियासत तेज

सारण: बिहार के सारण में छपरा जहरीली शराबकांड (Saran Hooch Tragedy) को लेकर देश भर में आक्रोश है. राजनीतिक पार्टियां इसको लेकर सियासत करने से भी बाज नहीं आ रही है. राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि दल भी पीड़ित परिवार से मिलकर उनका हालचाल ले रही है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह (Bihar Congress President Akhilesh Singh) के निर्देश पर कांग्रेस का 5 सदस्यी जांच (Congress Investigation Team) टीम मशरख के अलग-अलग गांवों में जहरीली शराब कांड के पीड़ित परिवार के परिजनों से मिलकर उनका हालचाल लिया. मामले में मृतकों के परिजनों से घटना की जानकारी लेने और वास्तविक स्थिति का पता करने के लिए 5 सदस्य टीम का गठन किया है. वहीं, छपरा जहरीली शराबकांड में अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है.

ये भी पढ़ें- मानवाधिकार आयोग की टीम के दौरे पर बोले सुनील कुमार- 'दूसरे राज्यों में भी जाना चाहिए'

कांग्रेस की 5 सदस्यीय टीम छपरा पहुंची : इस टीम में मुख्य रूप से महाराजगंज विधानसभा के कांग्रेसी विधायक पूर्व मंत्री विजय शंकर दुबे (Former Minister Vijay Shankar Dubey) , वैशाली जिला के राजापाकर विधानसभा से विधायिका प्रतिमा दास, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल देव प्रसाद यादव, वरिष्ठ नेता आनंद शंकर, वरिष्ठ नेता राजेश राम हैं. यह टीम पूर्व मंत्री व कांग्रेसी विधायक विजय शंकर दुबे की अध्यक्षता में मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में जहरीली शराब से मृत हुए मृतकों की परिजन से मिलकर वास्तिवक स्थिति की जानकारी ली. जायजा लेते वक्त पूर्व मंत्री व विधायक विजय शंकर दुबे ने एसडीओ से मोबाइल पर बात कर मृतकों के परिजनों को राशन मुहैया कराने की बात कही. साथ ही साथ जिन परिजनों को अंत्योदय कार्ड नहीं है उसे अभिलंब बनवाने की बात कही.

'प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा टीम का गठन कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली गई. जायजा लेते वक्त यह पाया गया कि यह बहुत ही हृदयविदारक घटना है. जितने भी लोग इस हादसे का शिकार हुए हैं, वे गरीब परिवार से हैं. हम सभी के द्वारा वास्तविक स्थिति का जायजा लिया गया, मरने वाले मृतकों की संख्या एवं वास्तविक स्थिति की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपा जाएगा. प्रदेश कमेटी के द्वारा सरकार से प्रभावित परिवार के लिए हर संभव मदद की मांग की जाएगी.' -विजय शंकर दुबे, कांग्रेस विधायक

कांग्रेस टीम ने की जांच : जांच टीम के साथ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य केदारनाथ सिंह, प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष सेराज अहमद, कांग्रेस नेता रविंद्र सिंह सहित कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे. गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराब कांड में अब तक 76 लोगों की मौत की खबर है. जबकि आबकारी मंत्री ने 38 मौतों की पुष्टि प्रेसकॉन्फ्रेंस करके दी थी. जबकि विपक्ष का दावा है कि 100 से अधिक मौतें इस जहरीली त्रासदी के चलते हुईं हैं. मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही मानवाधिकार आयोग ने इस मसले की जांच शुरू की है.

छपरा जहरीली शराबकांड में NHRC कर रही जांच : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड के बाद बिहार के सारण जहरीली शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy) की जांच NHRC ने तेज कर दी है. टीम घर-घर पहुंचकर पीड़ितों के परिजनों से मौत की वजह जानने की कोशिश कर रही है. मानवाधिकार आयोग ये जानना चाहता है कि शराबबंदी वाले बिहार में चूक कैसे हुई और इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है?. बिहार के छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Hooch Tragedy) की जांच राष्ट्रीय मनवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) की टीम ग्राउंड पर जाकर कर रही है. इसके पहले NHRC ने छपरा सदर अस्पताल में सिविल सर्जन से पूछताछ की थी, अब एनएचआरसी की टीम मशरक समेत प्रभावित इलाकों में पहुंचकर पीड़ितों के घर-घर दस्तक दे रही है. पीड़ित परिवारों से बिंदुवार सवाल पूछ रही है. बता दें कि छपरा के मढ़ौरा, मशरक, इशुआपुर में ज्यादा कैजुअलटी हुई थी.

छपरा जहरीली शराब को लेकर बिहार में सियासत तेज

सारण: बिहार के सारण में छपरा जहरीली शराबकांड (Saran Hooch Tragedy) को लेकर देश भर में आक्रोश है. राजनीतिक पार्टियां इसको लेकर सियासत करने से भी बाज नहीं आ रही है. राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि दल भी पीड़ित परिवार से मिलकर उनका हालचाल ले रही है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह (Bihar Congress President Akhilesh Singh) के निर्देश पर कांग्रेस का 5 सदस्यी जांच (Congress Investigation Team) टीम मशरख के अलग-अलग गांवों में जहरीली शराब कांड के पीड़ित परिवार के परिजनों से मिलकर उनका हालचाल लिया. मामले में मृतकों के परिजनों से घटना की जानकारी लेने और वास्तविक स्थिति का पता करने के लिए 5 सदस्य टीम का गठन किया है. वहीं, छपरा जहरीली शराबकांड में अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है.

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कांग्रेस की 5 सदस्यीय टीम छपरा पहुंची : इस टीम में मुख्य रूप से महाराजगंज विधानसभा के कांग्रेसी विधायक पूर्व मंत्री विजय शंकर दुबे (Former Minister Vijay Shankar Dubey) , वैशाली जिला के राजापाकर विधानसभा से विधायिका प्रतिमा दास, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल देव प्रसाद यादव, वरिष्ठ नेता आनंद शंकर, वरिष्ठ नेता राजेश राम हैं. यह टीम पूर्व मंत्री व कांग्रेसी विधायक विजय शंकर दुबे की अध्यक्षता में मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में जहरीली शराब से मृत हुए मृतकों की परिजन से मिलकर वास्तिवक स्थिति की जानकारी ली. जायजा लेते वक्त पूर्व मंत्री व विधायक विजय शंकर दुबे ने एसडीओ से मोबाइल पर बात कर मृतकों के परिजनों को राशन मुहैया कराने की बात कही. साथ ही साथ जिन परिजनों को अंत्योदय कार्ड नहीं है उसे अभिलंब बनवाने की बात कही.

'प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा टीम का गठन कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली गई. जायजा लेते वक्त यह पाया गया कि यह बहुत ही हृदयविदारक घटना है. जितने भी लोग इस हादसे का शिकार हुए हैं, वे गरीब परिवार से हैं. हम सभी के द्वारा वास्तविक स्थिति का जायजा लिया गया, मरने वाले मृतकों की संख्या एवं वास्तविक स्थिति की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपा जाएगा. प्रदेश कमेटी के द्वारा सरकार से प्रभावित परिवार के लिए हर संभव मदद की मांग की जाएगी.' -विजय शंकर दुबे, कांग्रेस विधायक

कांग्रेस टीम ने की जांच : जांच टीम के साथ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य केदारनाथ सिंह, प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष सेराज अहमद, कांग्रेस नेता रविंद्र सिंह सहित कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे. गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराब कांड में अब तक 76 लोगों की मौत की खबर है. जबकि आबकारी मंत्री ने 38 मौतों की पुष्टि प्रेसकॉन्फ्रेंस करके दी थी. जबकि विपक्ष का दावा है कि 100 से अधिक मौतें इस जहरीली त्रासदी के चलते हुईं हैं. मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही मानवाधिकार आयोग ने इस मसले की जांच शुरू की है.

छपरा जहरीली शराबकांड में NHRC कर रही जांच : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड के बाद बिहार के सारण जहरीली शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy) की जांच NHRC ने तेज कर दी है. टीम घर-घर पहुंचकर पीड़ितों के परिजनों से मौत की वजह जानने की कोशिश कर रही है. मानवाधिकार आयोग ये जानना चाहता है कि शराबबंदी वाले बिहार में चूक कैसे हुई और इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है?. बिहार के छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Hooch Tragedy) की जांच राष्ट्रीय मनवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) की टीम ग्राउंड पर जाकर कर रही है. इसके पहले NHRC ने छपरा सदर अस्पताल में सिविल सर्जन से पूछताछ की थी, अब एनएचआरसी की टीम मशरक समेत प्रभावित इलाकों में पहुंचकर पीड़ितों के घर-घर दस्तक दे रही है. पीड़ित परिवारों से बिंदुवार सवाल पूछ रही है. बता दें कि छपरा के मढ़ौरा, मशरक, इशुआपुर में ज्यादा कैजुअलटी हुई थी.

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