छपरा: भोजपुरी के ‘शेक्सपियर’ भिखारी ठाकुर के गांव जाने के लिए एक अदद सड़क तक नहीं है. आलम ये है कि लोगों को सालों से इसके लिए आंदोलन करना पड़ रहा है. अब नाराज ग्रामीणों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का फैसला किया है.
ग्रामीणों में नाराजगी
लोककवि भिखारी ठाकुर के पैतृक गांव कोटवा पट्टी रामपुर तक जाने के लिए सड़क नहीं बनी है. यह गांव छपरा सदर प्रखंड में है और यह छपरा-आरा पथ से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर है.
वोट बहिष्कार का ऐलान
गांव के लोग सरकार और प्रशासन के खिलाफ बगावत करने सड़कों पर उतर आए हैं. यहां के 3 पंचायतों के ग्रामीणों ने रविवार को महापंचायत किया और वोट बहिष्कार का ऐलान किया. लोगों ने पहले बैठक की फिर जुलूस निकालकर रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाए.
कीचड़ से सनी है सड़क
बताएं कि गरखा विधानसभा क्षेत्र की 2 पंचायत रायपुर बाबा और कोटवा पट्टी रायपुर से छपरा विधानसभा के बरहरा महाजी पंचायत के नौ गांव से मुख्यालय का संपर्क टूट गया है और वे लोग गांव से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. गांव की सड़कें पूरी तरह से कीचड़ में सनी है. लोग पैदल भी नहीं निकल सकते,