सारण: सपने सभी लोग देखते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों में उन सपनों को पूरा करने का जज्बा, हुनर और लगन होता है. जिला निवासी मिथलेश प्रसाद की भी हवा में उड़ने की ख्वाहिश थी. वह बचपन से चाहता था कि एक हेलीकॉप्टर अपने हाथों से बनाए. जिसमें वह उड़ सके. लेकिन, आर्थिक तंगी के कारण उनकी यह ख्वाहिश पूरी होना मुश्किल था. मिथलेश यह बात जानता था. लेकिन, उसने हार नहीं मानी. बल्कि अपने सपने को पूरा करने के लिए विकल्प खोजा.
अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए छपरा स्थित बनियापुर प्रखंड के सरमी गांव के रहने वाले मिथलेश ने नैनो कार को ही हेलीकॉप्टर का शक्ल दे दी. हेलीकॉप्टर शक्ल के दिखने वाले इस कार की बस एक कमी है कि यह उड़ नहीं सकती. भले यह कार हवा में उड़ नहीं सकती परन्तु सामने से गुजरते ही लोग हैरत में पड़ जाते हैं. इन दिनों बनियापुर की सड़कों पर इस हेलीकॉप्टर को रफ्तार भरते देखा जा रहा है.
कौन है मिथलेश प्रसाद?
पाइप फिटर 24 वर्षीय मिथलेश प्रसाद और उनके भाई ने पाइप फिटिंग का काम करते-करते नैनो गाड़ी को हेलीकॉप्टर का लुक दे दिया. मिथलेश के भाई ने बताया कि अक्सर गांव के युवा हेलीकॉप्टर में चढ़ने की बात करते हैं, जो पूरा होना थोड़ा मुश्किल है. हेलीकॉप्टर शक्ल की कार बनाने ने यह सोच भी मददगार रहा. मिथलेश ने बताया कि बचपन से ही उसे हेलीकॉप्टर बनाने तथा उड़ाने का शौक था. इसलिए दोनों भाइयों ने कार को ही हेलीकॉप्टर बनाने का आइडिया निकाला. जिसमें उन्हें सफलता मिल गई.
सात माह लगा समय
मिथलेश गुजरात में अपने भाइयों के साथ पाइप फिटिंग का काम कर रहा था. वह बीते सात माह से अपने घर पर रह कर कार को हेलीकॉप्टर की शक्ल देने के लिए बॉडी बनाने में जुटा था. युवक ने मोटर, फिर पीछे का शेप बनाकर उसमें लाइट आदि लगाया. जिससे यह देखने मे बिल्कुल हेलीकॉप्टर ही लग रहा है.
सात लाख रुपये खर्च
मिथलेश ने बताया कि हेलीकॉप्टर बनाने की आइडिया को धरातल पर उतारने के लिए उसने एक पुरानी नैनो कार खरीदी. फिर उसके बॉडी में बदलाव किया. आकर्षक लुक देने के लिए उसमें पंखे, मोटर व लाइट लगाई. जिसमें लगभग सात लाख रुपये की लागत आई.