समस्तीपुर: आधुनिक युग में भी लोग अंधविश्वास से दूर नहीं हो रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण समस्तीपुर सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में देखने को मिला है. जहां एक घंटे से अधिक समय तक तंत्र-मंत्र के नाम पर अंधविश्वास का खेल चला. ड्यूटी पर तैनात कर्मी मूकदर्शक बने रहे. भगत की सारी करतूत कैमरे में कैद हुई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उजियारपुर थाना क्षेत्र के बेलारी गांव की रहने वाली चांदनी कुमारी को परिजन अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए. उसको चमकी बुखार जैसी बीमारी की शिकायत थी. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने उसका इलाज करते हुए बेहतर इलाज के लिए उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया. लेकिन वह महिला अपने सुध में नहीं थी और कई तरह की हरकतें कर रही थी.
बाल पकड़कर महिला को घसीटा
इसे देख परिजन वारिसनगर थाना क्षेत्र के लखनपट्टी गांव से एक भगत को बुला लाए. इसके बाद भगत सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में महिला के बाल पकड़कर खुद अंधविश्वास का खेल खेलने लगा. मंत्र पढ़ कर महिला से पूछताछ शुरू करते हुए झाड़-फूंक करना शुरू कर दिया. उसने महिला के बाल पकड़कर बेड से घसीटते हुए नीचे फर्श पर बैठा दिया और मंत्र पढ़ने लगा.
तमाशबीन बने रहे लोग
इस दौरान महिला काफी चीखती चिल्लाती रही. पूरे वार्ड के लोग भी तमाशबीन बन गए. कहा जा रहा था कि इसके शरीर पर भूत का साया है. भगत ने महिला के बाल पकड़कर उस में गांठ भी लगाए. वहीं, ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी भी देखते रहे. यह खेल काफी देर तक चलता रहा. अचानक स्वास्थ्य कर्मी की नजर उस पर पड़ी उसके बाद भगत को वहां से हटाया गया. इसके बाद महिला को एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर किया गया.
भगत ने किया दावा महिला को कर सकता हूं ठीक
वहीं, भगत ने दावा किया कि इस महिला के ऊपर किसी का चक्कर है. भगत का कहना था कि मैं झाड़-फूंक के जरिए इस महिला को ठीक कर सकता हूं. लेकिन परिजन स्वास्थ्य कर्मी के गर्म तेवर को देखते हुए एंबुलेंस से उसे डीएमसीएच लेकर चले गए.
सिविल सर्जन ने क्या कहा
वहीं, इस घटना के बारे में जब सिविल सर्जन सियाराम मिश्र से पूछा गया तो वह भी हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि युग 21वीं सदी की ओर बढ़ रहा है. वैज्ञानिक युग में एक से एक प्रयोग किए जा रहे हैं. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उसे बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया था. बावजूद इसके परिजन ने भगत को बुलाकर आपातकालीन वार्ड में जो झाड़-फूंक कराया वह गलत है. इसको लेकर उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी को निर्देश जारी किया जा रहा है कि मरीज के साथ एक ही परिजन इमरजेंसी वार्ड में रहेंगे. बाहरी कोई भी मरीज के साथ व्यक्ति पाए जाते हैं तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.