समस्तीपुर: कोरोना महामारी में इस बार भी मनरेगा गरीब मजदूरों के लिये वरदान साबित हो रहा है. ग्रामीण विकास मंत्री-सह-समस्तीपुर जिला के प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने समस्तीपुर जिला में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना के बारे में विस्तृत चर्चा की. उन्होंने बताया कि समस्तीपुर जिले के 20 प्रखंडों के कुल 381 ग्राम-पंचायतों में से वर्त्तमान में 358 ग्राम-पंचायतों में मनरेगा योजना से काम चल रहा है. जिसमें लगभग 20 हजार योजनाओं में 44 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं.
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रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश
ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि जिले में इस वित्तीय वर्ष में अबतक 10 लाख 83 हजार से अधिक मानव दिवस सृजित किये जा चुके हैं और प्रतिदिन प्रति पंचायत 77 मानव दिवस औसतन सृजित किये जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण राज्य के बाहर से भारी संख्या में बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों और लॉकडाउन के कारण भी राज्य के शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों में लौटे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों को मनरेगा योजना में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश विभागीय स्तर से दिया गया है.
कैम्प लगाकर दिया जाएगा जॉब कार्ड
श्रवण कुमार ने कहा कि जिन्हें जॉब-कार्ड उपलब्ध नहीं है. उन्हें कैम्प लगाकर यथा शीघ्र जॉब कार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 2 हजार 18 जॉब कार्ड निर्गत किए गए हैं. जिसमें 2 हजार 763 मजदूरों को जोड़ा गया है. जबकि जिला में कुल 8 लाख 32 हजार 278 जॉब कार्ड निर्गत हैं. जिसमें अनु. जाति के 1 लाख 68 हजार 507, अनु. जनजाति के 3 हजार 184 और अन्य 6 लाख 58 हजार 587 शामिल हैं.
सामग्री मद में 25 करोड़ 75 लाख
समस्तीपुर जिले में संचालित मनरेगा योजनाओं के बारे में चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि जिले में मनरेगा योजना से 2 लाख 79 हजार 950 योजनाएं प्रारंभ की गयी थी. जिसमें से 1 लाख 19 हजार 596 योजनाएं पूर्ण हैं और 1 लाख 60 हजार 354 योजनाओं पर काम चल रहा है. समस्तीपुर जिला में संचालित मनरेगा योजनाओं पर वित्तीय वर्ष 2021-22 में मजदूरी मद में अब तक 25 करोड़ 60 लाख रुपये. जबकि सामग्री मद में 25 करोड़ 75 लाख यानी कुल 51 करोड़ 35 लाख रुपये व्यय किया गया है. जिला में ससमय मजदूरी भुगतान का प्रतिशत 95.61 प्रतिशत है.
ऐहतियात बरतने का निर्देश
श्रवण कुमार ने कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसार को देखते हुए कार्यस्थल पर सभी ऐहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है. विगत वित्तीय वर्ष में समस्तीपुर जिला में मनरेगा मजदूरों के बीच 39 हजार 650 मास्क का वितरण किया गया था. जबकि चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा मजदूरों के बीच 9 हजार 65 मास्क का वितरण अबतक किया जा चुका है.
उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्था
पिछले वित्तीय वर्ष में समस्तीपुर जिला में कुल 23 हजार 932 प्रवासी मजदूर अपने घर लौटे थे. जबकि इस वित्तीय वर्ष में अब तक 1 हजार 950 प्रवासी मजदूरों के लौटने की सूचना है. कोरोना संक्रमण का मुकाबला करने के लिए बिहार सरकार दिन-रात काम कर रही है और ग्रामीण विकास विभाग भी पूरी तन्मयता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है. जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए और कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए.