समस्तीपुर: कभी जिले में रेलवे टेंडर खूनी गैंगवार का केंद्र रहा है. अब यहां प्रॉपर्टी कारोबार में बढ़ा आपसी वर्चस्व का खूनी खेल खेला जा रहा है. एक के बाद एक कई लोगों की हत्या के बाद पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
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जमीन कारोबारी में हुई हत्या
कुछ साल पहले तक समस्तीपुर रेल मंडल के टेंडर को लेकर होने वाले आपसी गैंगवार में न जाने कितने लोगों की जान गई . वहीं, अब यहां प्रॉपर्टी कारोबार पूरी तरह खूनी खेल का केंद्र बनता जा रहा. पुलिस की जांच में कई आंकड़े भी बताते हैं कि जिले में हत्या के कई बड़े प्रयासों के पीछे भू-माफियाओं का पूरा एक नेटवर्क काम कर रहा है.
अलग-अलग जगहों पर हुई हत्या
वैसे इससे जुड़े हालिया कुछ महीनों के बड़े मामलों पर गौर करें तो , बीते साल 28 सितंबर को शहर के काशीपुर स्थित एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर को घर में घुसकर गोलियों से भून डाला था. उसके बाद 10 दिसंबर 2020 को जिले के आधारपुर में भोजपुरी कलाकार और प्रॉपर्टी डीलर मिथलेश पासवान को गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
बीते साल के ही आखिरी महीने में समस्तीपुर के मोरवा स्थित एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर शव को गंडक नदी में फेंक दिया गया था. इस साल मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर पूल के करीब एक प्रॉपर्टी डीलर के बच्चे को स्कूल ले जा रहे गाड़ियों पर अपराधियों ने धावा बोल दिया था. जिसमें गोली लगने से ड्राइवर बुरी तरह घायल हुआ था. यहीं नहीं 9 फरवरी को मुफस्सिल थाना के मोहनपुर ब्रम्हस्थान के पास एक प्रॉपर्टी डीलर को दिनदहाड़े कई गोली मारी गयी. पीड़ित जमीन कारोबारी अभी भी पटना के एक अस्पताल में जिंदगी व मौत से लड़ रहा है.
अपराध के खिलाफ सरकार सख्त
इसके अलावे प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़ी कई खूनी आंकड़ो की गुत्थी अबतक उलझी हुई है. बहरहाल, इस गैंगवार के पीछे क्षेत्रीय राजनीतिक दल को जिम्मेदार बताया जा रहा है. वहीं, सत्तापक्ष का मानना है कि किसी भी अपराध के खिलाफ सरकार सख्त है.