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बिहार की राजनीति में काफी मायने रखता है समस्तीपुर लोकसभा सीट, जानें यहां का समीकरण - समस्तीपुर लोकसभा सीट

इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में एलजेपी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान ने अपने विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक राम को ढाई लाख से अधिक मतों से पराजित किया था.

उपचुनाव की तैयारी शुरू
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Published : Sep 25, 2019, 5:56 PM IST

समस्तीपुर: पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान के निधन से खाली हुए समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. प्रशासनिक तैयारियों के साथ यहां सियासी सरगर्मी भी बढ़ गई है. ये सीट बिहार की सियासत में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.

कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही इस सीट पर जीत और हार के मायने अलग ही रहे हैं, वैसे अब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीट है.

  • समस्तीपुर
  • रोसड़ा
  • वारिसनगर
  • कल्याणपुर
  • हायाघाट
  • कुशेश्वरस्थान

खास बात यह है कि इस लोकसभा क्षेत्र में आने वाले दो विधानसाभा क्षेत्र हायाघाट और कुशेश्वरस्थान दरभंगा जिले में आता है.

samastipur
समस्तीपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस

इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या:

  • कुल मतदाताओं की संख्या: 12,04, 346
  • जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या: 6,40,875
  • महिला मतदाताओं की संख्या: 5,63, 443

वहीं, अगर समस्तीपुर लोकसभा सीट के सियासी सफर पर गौर करें तो इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में एलजेपी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान ने अपने विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक राम को ढाई लाख से अधिक मतों से पराजित किया था.

samastipur
उपचुनाव की तैयारी शुरू

क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ
दरअसल, 2019 के चुनाव में इस सीट पर 60.34 फीसदी मतदान हुआ था, जो 2014 के तुलना में 5.45 फीसदी का इजाफा था. वैसे सीट को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ का मानना है कि यह जिला मताधिकार को लेकर शुरू से जागरूक रहा है. हालांकि उपचुनाव में कई फैक्टर काम करते हैं. वैसे इस सीट पर एनडीए का कब्जा है. पूर्व सांसद के असमय निधन के बाद सहानुभूति वोट भी एनडीए के पक्ष में हो सकता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

उपचुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां:

  • 30 सितंबर को होगा प्रत्याशियों का नामांकन
  • 3 अक्टूबर तक नाम वापसी की अंतिम तारीख
  • 21 अक्टूबर को मतदान की तारीख
  • वोटिंग के लिए 1700 मतदान केंद्र का होगा निर्माण
  • 24 अक्टूबर को मतगणना

समस्तीपुर: पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान के निधन से खाली हुए समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. प्रशासनिक तैयारियों के साथ यहां सियासी सरगर्मी भी बढ़ गई है. ये सीट बिहार की सियासत में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.

कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही इस सीट पर जीत और हार के मायने अलग ही रहे हैं, वैसे अब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीट है.

  • समस्तीपुर
  • रोसड़ा
  • वारिसनगर
  • कल्याणपुर
  • हायाघाट
  • कुशेश्वरस्थान

खास बात यह है कि इस लोकसभा क्षेत्र में आने वाले दो विधानसाभा क्षेत्र हायाघाट और कुशेश्वरस्थान दरभंगा जिले में आता है.

samastipur
समस्तीपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस

इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या:

  • कुल मतदाताओं की संख्या: 12,04, 346
  • जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या: 6,40,875
  • महिला मतदाताओं की संख्या: 5,63, 443

वहीं, अगर समस्तीपुर लोकसभा सीट के सियासी सफर पर गौर करें तो इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में एलजेपी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान ने अपने विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक राम को ढाई लाख से अधिक मतों से पराजित किया था.

samastipur
उपचुनाव की तैयारी शुरू

क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ
दरअसल, 2019 के चुनाव में इस सीट पर 60.34 फीसदी मतदान हुआ था, जो 2014 के तुलना में 5.45 फीसदी का इजाफा था. वैसे सीट को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ का मानना है कि यह जिला मताधिकार को लेकर शुरू से जागरूक रहा है. हालांकि उपचुनाव में कई फैक्टर काम करते हैं. वैसे इस सीट पर एनडीए का कब्जा है. पूर्व सांसद के असमय निधन के बाद सहानुभूति वोट भी एनडीए के पक्ष में हो सकता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

उपचुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां:

  • 30 सितंबर को होगा प्रत्याशियों का नामांकन
  • 3 अक्टूबर तक नाम वापसी की अंतिम तारीख
  • 21 अक्टूबर को मतदान की तारीख
  • वोटिंग के लिए 1700 मतदान केंद्र का होगा निर्माण
  • 24 अक्टूबर को मतगणना
Intro:पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान के निधन से खाली हुए समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होगा । प्रशासनिक तैयारियों के साथ ही सियासी सरगर्मी भी बढ़ी है । वैसे सीट बिहार के सियासत में भी खास असर रखता है , तो क्या है इस सीट के मायनें व क्या कहते है इससे जुड़े आंकड़े ।


Body:समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट , कर्पूरी की जन्मभूमि व कर्मभूमि रहे इस सीट पर जीत और हार के मायनें अलग ही रहे है । वैसे अब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है , इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा की सीट है । जो की समस्तीपुर , रोसेरा , वारिसनगर , कल्याणपुर , हायाघाट व कुशेश्वरस्थान है । खास बात यह है की इस समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाले हायाघाट व कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र दरभंगा जिले में आते है । अगर इस लोकसभा में मतदाताओं की संख्या पर गौर करे तो यंहा कुल 12,04,346 मतदाता है , जिसमे पुरुष मतदाताओं की संख्या करीब 6,40,875 है वंही महिला मतदाताओं की संख्या 5,63,443 है । वंही अगर समस्तीपुर लोकसभा सीट के सियासी सफर पर गौर करे तो इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में लोजपा के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान ने अपने विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक कुमार को ढाई लाख से अधिक मतों से शिकस्त दिया था । वंही अगर इस बार होने वाले उपचुनाव पर प्रशासनिक तैयारियों पर गौर करे तो , मतदान को लेकर इस लोकसभा क्षेत्र में 1700 मतदान केंद्र बनाये जायेंगे । वंही प्रशासनिक कोशिश मतों की फीसदी में और इजाफा का होगा । दरअसल 2019 के चुनाव में इस सीट पर 60.34 फीसदी मतदान हुआ था , जो 2014 के तुलना में 5.45 फीसदी का इजाफा था । वैसे सीट को लेकर जानकर का मानना है की , यह जिला मताधिकार को लेकर शुरू से जागरूक रहा है , वंही उपचुनाव में कई फैक्टर काम करते है । वैसे इस सीट पर एनडीए का कब्जा है , वंही पूर्व सांसद के असमय निधन के बाद सहानुभूति वोट भी एनडीए के पक्ष में हो सकता है ।

बाईट - जयशंकर सिंह , राजनीतिक विशेषज्ञ ।


Conclusion:वैसे उपचुनाव को लेकर सभी तैयारियां शुरू हो गयी है , 30 तक जंहा प्रत्याशियों का नामांकन होगा वंही 3 अक्टूबर तक नाम वापसी के आखरी तारीख है । मतदान की तारीख जंहा 21 अक्टूबर होगा वंही मतगणना 24 को कराया जायेगा ।

क्लोजिंग पीटीसी ।
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