समस्तीपुर: डीएम शशांक शुभांकर ने सरायरंजन प्रखंड के बाढ़ प्रभावित पंचायतों का निरीक्षण किया. बाढ़ प्रभावित पंचायतों का भ्रमण कर डीएम की अध्यक्षता में निरीक्षण भवन में बैठक की गई. जिसके बाद डीएम ने बाढ़ प्रभावित फसलों का सर्वे करवा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया.
सामुदायिक रसोई की व्यवस्था
बाढ़ प्रभावित पंचायतों में प्रभावित घरों/टोला के सर्वे के लिए सुपरवाइजरी स्टाफ की अध्यक्षता में टीम गठित करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया. बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिरे वार्डों में ऊंचे स्थल/स्कूल चिन्हित कर वहां प्रभावित लोगों के लिए सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को और एडवांस भुगतान के लिए अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया.
वाहिनी गार्ड की प्रतिनियुक्ति
डीएम ने नावों के परिचालन के स्थान चिन्हित कर शीघ्र निशुल्क सेवा आरंभ करवाने का निर्देश अंचल अधिकारी को दिया गया. साथ ही थाना प्रभारी को इन स्थानों पर गृह रक्षा वाहिनी गार्ड को प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया. गार्ड सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी नाव पर नाव की क्षमता से अधिक लोग ना सवार हों.
शौचालय के निर्माण करवाने का निर्देश
डीएम ने कहा कि सवारियों से किसी भी प्रकार का शुल्क ना वसूला जाए और संध्या 6 बजे के बाद नावों का परिचालन ना हो. शरण स्थलों में पेय जल के लिए चापाकल लगवाना और शौचालय के निर्माण करवाने का निर्देश पीएचईडी को दिया गया. वहीं पशुओं के लिए शरण स्थल चिन्हित कर चारा का वितरण कराने का निर्देश जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया.
हैलोजेन टैबलेट का वितरण
बाढ़ प्रभावित पंचायतों में बाढ़ राहत स्वास्थ्य केंद्र स्थापित कर लोगों में हैलोजेन टैबलेट का वितरण, एंटी वेनम वैक्सीन की उपलब्धता, कोरोना जांच के लिए सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को दिया गया.
क्षति का सर्वे कराने का निर्देश
प्रखंड में फसलों के बीमा के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश सहकारिता पदाधिकारी को दिया गया. साथ ही प्रखंड में मछली पालन के व्यवसाय में बाढ़ से हुई क्षति का सर्वे कराने का निर्देश दिया गया.
कई अधिकारी रहे मौजूद
कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण और थाना प्रभारी को सभी स्लुइस गेट पर चौकीदार/होम गार्ड के उपस्थिति को अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया. वहीं बाढ़ के पानी में डूबे/क्षतिग्रस्त पथों का सर्वे कर मरम्मत कराने का निर्देश भी दिया गया. इस दौरान अपर समाहर्ता, जिला जन संपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और अन्य उपस्थित रहे.