समस्तीपुर: जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना साकार होता नहीं दिख रहा है. दरअसल, सरकार की सात निश्चय में युवाओं से जुड़े मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का हाल बेहाल है. यह योजना जिले में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रही है.
सूबे में 33वें स्थान पर आए समस्तीपुर में कुल लक्ष्य का महज 7.09 फीसदी ही काम अभी तक हो पाया है. 20 से 25 वर्ष के बेरोजगार युवाओं को रोजगार तलाशने के लिए सरकार की ओर से बतौर स्वयं सहायता भत्ता के तहत 1000 रुपया प्रति महीने दो वर्षो के लिए दिए जाने की योजना है. डीआरसीसी के आंकड़ो के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 में 191348 युवाओं को रोजगार की तलाश के लिए भत्ता देने का लक्ष्य तय किया गया. लेकिन इसके खिलाफ महज 14154 आवेदन ही आए हैं.
ये है जिले का हाल
बहरहाल इस योजना को लेकर पूरे राज्य में जून 2020 तक के रैंकिंग को देखा जाए तो समस्तीपुर का स्थान 33वें नंबर पर है. वैसे वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में अभी महज 8187 बेरोजगार युवाओं को स्वयं सहायता भत्ता का अबतक लक्ष्य तय हुआ है. बता दें कि 2 अक्टूबर 2016 में इस योजना का शुभारंभ हुआ था. वैसे युवाओं पर केंद्रित सीएम सात निश्चय में कुशल युवा कार्यक्रम में बिहार में तीसरे स्थान पर है. वहीं स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना में 11 वें स्थान पर है.