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विधि-विधान से अंतिम संस्कार, श्राद्ध में शामिल हुआ संत समाज, अब बिल्ली के नाम पर बनेगा ट्रस्ट - Cat Trust in samastipur

समस्तीपुर के साख मोहन गांव के मंदिर के महंत ने पालतू बिल्ली लुखिया की मौत पर मोक्ष के लिए उसका पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर श्राद्ध किया. इस दौरान साधु संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए. महंत के इस काम की चर्चा हो रही है.

Trust will be created in name of a cat
बिल्ली के नाम पर बनेगा ट्रस्ट
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Published : Jan 29, 2021, 5:18 PM IST

Updated : Jan 29, 2021, 11:09 PM IST

समस्तीपुर: विभूतिपुर थाना क्षेत्र के साख मोहन गांव के मंदिर के महंत ने अपने 15 महीने की पालतू बिल्ली लुखिया की मौत पर मोक्ष के लिए उसका पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर श्राद्ध किया. इतना ही नहीं, मंदिर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर लुखिया को श्रद्धांजलि भी दी गई. इस दौरान साधु-संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए. वहीं, महंत के द्वारा किए गए अनोखे पशु प्रेम की कहानी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.

बिल्ली लुखिया की पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार
बिल्ली लुखिया की पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार

'15 महीने पूर्व एक बिल्ली के बच्चे को बरसात में भीगते हुए देखा था और उसे अपने ठाकुरबारी में लाकर लालन-पालन करना शुरू कर और लुखिया नाम दिया. 14 जनवरी के रात उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई. जहां मैं विभूतिपुर पशु चिकित्सक यंत्र के डॉक्टर से संपर्क कर उसका इलाज कराया लेकिन 15 जनवरी को उसकी मौत हो गई.'- शंभू कुमार, महंत

साधु संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए
साधु संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए

'मरने के बाद लुखिया का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से किया. उसे मोक्ष दिलाने के लिए सभी क्रियाक्रम करने के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इसमें समस्तीपुर जिले के अलावा बेगूसराय के कई साधु संत और मदिरों के महंत शामिल हुए.'- शंभू कुमार, महंत

देखें वीडियो

यह भी पढ़ें - ठंड से ठिठुरने लगे जानवर, डॉक्टरों ने कहा- इस वक्त ज्यादा केयर की है जरूरत

बता दें कि इस श्राद्ध कर्म और श्रद्धांजलि सभा के आयोजन में समस्तीपुर जिले के अलावा बेगूसराय के कई साधु-संत और मंदिर के महंतों ने भाग लिया. साथ ही पूरे इलाके के लोग भी शामिल हुए. महंत शंभू कुमार ने बताया कि बिल्ली के नाम से ट्रस्ट बनाएंगे. लुखिया को जहां दफनाया गया है, वे प्रतिदिन शाम में वहां जाकर दीप जलाते हैं. उन्होंने लुखिया के नाम से सेवा ट्रस्ट निर्माण करने का संकल्प लिया है.

यह भी पढ़ें - बांका में टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत के लिए सदर अस्पताल में हुआ ड्राई रन

'ट्रस्ट के माध्यम से लावारिस बेजुबान जानवरों की सेवा करेंगे. जिस लावारिस जानवर को इलाज की जरूरत होगी, उसे इलाज की समुचित व्यवस्था करेंगे. बेजुबान जानवर ही नहीं, जो भी पीड़ित हो उसके लिए प्राथमिक चिकित्सा और सेवा की व्यवस्था करेंगे.'- शंभू कुमार, महंत

समस्तीपुर: विभूतिपुर थाना क्षेत्र के साख मोहन गांव के मंदिर के महंत ने अपने 15 महीने की पालतू बिल्ली लुखिया की मौत पर मोक्ष के लिए उसका पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर श्राद्ध किया. इतना ही नहीं, मंदिर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर लुखिया को श्रद्धांजलि भी दी गई. इस दौरान साधु-संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए. वहीं, महंत के द्वारा किए गए अनोखे पशु प्रेम की कहानी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.

बिल्ली लुखिया की पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार
बिल्ली लुखिया की पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार

'15 महीने पूर्व एक बिल्ली के बच्चे को बरसात में भीगते हुए देखा था और उसे अपने ठाकुरबारी में लाकर लालन-पालन करना शुरू कर और लुखिया नाम दिया. 14 जनवरी के रात उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई. जहां मैं विभूतिपुर पशु चिकित्सक यंत्र के डॉक्टर से संपर्क कर उसका इलाज कराया लेकिन 15 जनवरी को उसकी मौत हो गई.'- शंभू कुमार, महंत

साधु संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए
साधु संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए

'मरने के बाद लुखिया का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से किया. उसे मोक्ष दिलाने के लिए सभी क्रियाक्रम करने के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इसमें समस्तीपुर जिले के अलावा बेगूसराय के कई साधु संत और मदिरों के महंत शामिल हुए.'- शंभू कुमार, महंत

देखें वीडियो

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बता दें कि इस श्राद्ध कर्म और श्रद्धांजलि सभा के आयोजन में समस्तीपुर जिले के अलावा बेगूसराय के कई साधु-संत और मंदिर के महंतों ने भाग लिया. साथ ही पूरे इलाके के लोग भी शामिल हुए. महंत शंभू कुमार ने बताया कि बिल्ली के नाम से ट्रस्ट बनाएंगे. लुखिया को जहां दफनाया गया है, वे प्रतिदिन शाम में वहां जाकर दीप जलाते हैं. उन्होंने लुखिया के नाम से सेवा ट्रस्ट निर्माण करने का संकल्प लिया है.

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'ट्रस्ट के माध्यम से लावारिस बेजुबान जानवरों की सेवा करेंगे. जिस लावारिस जानवर को इलाज की जरूरत होगी, उसे इलाज की समुचित व्यवस्था करेंगे. बेजुबान जानवर ही नहीं, जो भी पीड़ित हो उसके लिए प्राथमिक चिकित्सा और सेवा की व्यवस्था करेंगे.'- शंभू कुमार, महंत

Last Updated : Jan 29, 2021, 11:09 PM IST
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