समस्तीपुर: बिहार के कई जिलों में अभी भी बाढ़ की स्थिति (Flood Situation in Bihar) बनी हुई है. कई जगहों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर (Rivers Above Danger Mark) बह रही है. वहीं, बिहार के समस्तीपुर में कुछ दिनों के राहत के बाद फिर से बूढ़ी गंडक नदी (Budhi Gandak River) में जलस्तर बढ़ने लगा है. गंडक ने फिर से रौद्र रूप धारण कर लिया और फिर से खतरे का निशान पार कर लिया है. नदियों के जलस्तर में हो रहे इजाफे से कई स्थानों पर कमजोर तटबन्धों पर दवाब बढ़ा है और फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
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शहर के करीब से गुजरती बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में दुबारा इजाफा होने लगा है. आपदा प्रबंधन शाखा की जारी रिपोर्ट के अनुसार बूढ़ी गंडक नदी खतरे का निशान पार कर लिया है. 45.73 मीटर खतरे का निशान है. सोमवार को जारी आंकलन के अनुसार इसका जलस्तर 46.10 रिकॉर्ड किया गया है. बहरहाल जलस्तर इजाफे के साथ कई स्थानों पर तटबन्धों पर दबाव बढ़ने लगा है. तटबंध के अंदर बने मकान दोबारा पानी में डूबने लगे हैं.
गौरतलब है की बीते कुछ सप्ताह पहले बूढ़ी गंडक नदी में बढ़े जलस्तर की वजहों से फिर से सैंकड़ो मकान पानी में डूब गए थे. वहीं, समस्तीपुर दरभंगा रेलखंड भी कई दिनों तक बाढ़ से प्रभावित रहा. हालांकि कुछ दिनों पहले नदियों को जलस्तर में हुई कमी से लोगों को थोड़ी राहत मिली. लेकिन नदी के जलस्तर दोबारा खतरे के निशान के ऊपर आने से एक बार फिर भी खतरा मंडराने लगा है.
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बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को समस्तीपुर के मोहद्दीनगर, विद्यापति नगर के बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण किया था. उन्होंने शिविरों में चल रहे सामुदायिक रसोई को भी देखा और बाढ़ पीड़ितों से भोजन के गुणवत्ता के विषय में भी जानकारी ली थी.