समस्तीपुर: जिले में बायो मेडिकल वेस्ट को लेकर राज्य प्रदूषण बोर्ड के सख्ती का असर शायद दिखने वाला है. अगर सरकारी दावों की हकीकत उसी अनुरूप धरातल पर दिखी, तो जिले के सैंकड़ो प्राइवेट नर्सिंग होम और जांच केंद्रों पर कार्रवाई हो सकती है.
राज्य प्रदूषण बोर्ड ने जिले के लगभग 700 प्राइवेट नर्सिंग होम और जांच केंद्र के बायो मेडिकल वेस्ट को लेकर समस्तीपुर जिला प्रशासन और सिविल सर्जन से रिपोर्ट तलब की थी. इस रिपोर्ट को प्रशासन ने प्रदूषण बोर्ड को उपलब्ध करा दिया था.
वहीं, अब इस मामले में जिला स्तर पर एक कमेटी बनायी गयी है. समस्तीपुर के सिविल सर्जन डॉ विवेकानंद झा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह कमिटी जल्द ही नर्सिंग होम और जांच केंद्रों से जुड़ी जांच शुरू करेगी.
गौरतलब है कि बायो मेडिकल अपशिष्ट को लेकर जिले की रिपोर्ट चौंकाने वाली रही है. यहां के बायो मेडिकल वेस्ट को लेकर मुजफ्फरपुर की एजेंसी को जिम्मा दिया गया है. लेकिन जिले के सैंकड़ो प्राइवेट नर्सिंग होम और जांच केंद्र अपशिष्ट को लेकर पूरी तरह लापरवाह है.