समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर गोप गुट कार्यालय में समस्तीपुर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (Samastipur All India Students Association) ललित नारायण मिथिला विवि स्तरीय छात्र नेताओं की बैठक हुई. यह बैठक विवि संयोजक सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इस दौरान समस्तीपुर-बेगूसराय के छात्र नेता उपस्थित थे. जिसमें तय किया गया कि कुलपति और कुलसचिव की बर्खास्तगी को लेकर तीनों जिलों में आंदोलन को मजबूत किया जाएगा.
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बात दें कि इस बैठक में छात्र नेताओं ने तय किया है कि सोमवार से विवि मुख्यालय में कुलपति-कुलसचिव को नहीं बैठने दिया जाएगा. साथ ही साथ 4 जनवरी को आयोजित सिंडिकेट की बैठक का घेराव किया जाएगा. वहीं कुलाधिपति कुलपति कुलसचिव की बर्खास्तगी की मांग को लेकर 6 जनवरी को समस्तीपुर जिलाधिकारी के समक्ष और 8 जनवरी को बेगूसराय में जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा.
वहीं, 13 जनवरी की कुलपति कुलसचिव की बर्खास्तगी सहित विवि के मुद्दों को लेकर सीनेट का घेराव किया जाएगा. सीनेट घेराव में चारो जिला से गोलबंदी की ठोस योजना बनाई गई है. बैठक को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार ने कहा कि बिहार की सरकार और राज्यपाल दोनों ने मिलकर बिहार के उच्च शिक्षा को बर्बाद करने का काम किया हैं. विवि में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. राज भवन के प्रत्यक्ष नेतृत्व में बिहार के पूरे विवि में भ्रष्टाचार का खेल जारी है.
आइसा के राज्य सचिव ने आगे कहा कि उच्च शिक्षा के बर्बादी के जिम्मेवार राज भवन और बिहार सरकार इस नारा को पूरे बिहार में बुलंद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मिथिला विवि और मगध विवि के कुलपति और कुलसचिव ने पूरे बिहार को बदनाम करने का काम किया किया. अभिलम्ब इन्हें बर्खास्त कर इनके नियुक्ति प्रक्रिया से लेकर वर्तमान तक के कार्यकाल और पूरे संपति की उच्चस्तरीय जांच राज्य सरकार को करवाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कर्रवाई नहीं होती है तो इस मुद्दा को लेकर बिहार स्तर पर आन्दोलन को आगे बढ़ाया जाएगा.
विश्वविद्यालय संयोजक सुनील कुमार ने कहा कि एलएनएमयू के कुलसचिव शैक्षणिक और प्रशासनिक अराजकता के जिम्मेवार हैं. जिसके खिलाफ बिहार के उच्च शिक्षा विभाग से कई बार तलब हो चुके हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने के बावजूद भी पद पर बने हुए हैं. जिससे विश्वविद्यालय के स्वायत्ता और गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पढ़ रहा हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. छात्रों को गोलबंद करते हुए नए साल में विश्वविद्यालय में निर्णायक आंदोलन चलाने की निर्णय ली गई है.
आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज में कहा कि मिथिला विवि प्रशासन लगातार छात्र-छात्राओं के जीवन से खिलवाड़ कर रही है. पीजी प्रथम सेमेस्टर व तृतीय सेमेस्टर का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं किया गया है. साथ ही साथ पीजी द्वितीय सेमेस्टर व फोर्थ सेमेस्टर सेमेस्टर में परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि जारी नहीं किया गया है. साथ ही पूरे बिहार में मात्र एक महिला का संस्थान WIT को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है. इन सभी मांगो को सीनेट व सिंडिकेट घेराव में उठाकर आवाज को बुलंद किया जाएगा.
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