सहरसा: बिहार के सहरसा और मधेपुरा जिले में बड़ी संख्या में जाप नेता, कार्यकर्ता और स्थानीय लोग एक दिवसीय उपवास पर बैठ गए हैं. सभी लोग कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल को आर्थिक स्पेशल स्टेटस का दर्जा देने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. इस बीच इन मांगों को लेकर पप्पू यादव भी धरने पर बैठ गए हैं.
उपवास स्थल पर पहुंचे पप्पू यादव: मिली जानकारी के अनुसार, इन मांगों को लेकर पूर्व सांसद पप्पू यादव दोनों ही जिले में बारी-बारी से उपवास स्थल पर पहुंचे और पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों का हौसला अफजाई करते हुए धरने में शामिल हुए.
बाढ़ एक अभिशाप क्यों बना हुआ है: पप्पू यादव ने कहा कि कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के पिछड़ेपन को अबतक हर केंद्र और राज्य की सरकारों ने अनदेखा किया है. इस इलाके की जनता के साथ हमेशा सौतेलापन का व्यवहार किया गया है. मेरा सवाल है कि आखिर आजादी के बाद से अभी तक हमारे लिए बाढ़ एक अभिशाप क्यों बना हुआ है, फरक्का और भीमनगर का चौड़ीकरण क्यों नहीं हुआ है.
"सर्वे के मुताबिक सबसे ज्यादा गरीबी, बेरोजगारी, पलायन की समस्या इसी क्षेत्र से ही है. हमारी मांग है कि हमें स्पेशल पैकेज, स्पेशल स्टेटस दिया जाए. पूर्णिया में एयरपोर्ट और हाईकोर्ट बेंच का निर्माण हो. सहरसा में एम्स बनें. जबतक हमारी यह सभी मांगे नहीं मानी जाती तबतक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. हम अपना हक लेकर रहेंगे." - पप्पू यादव, पूर्व सांसद
सहरसा को साधने में लगे पप्पू यादव: वहीं, कुछ महीने पहले भी पप्पू यादव ने सहरसा के लोगों से चुनाव में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि 2025 के चुनाव में कोसी, सीमांचल व मिथिलांचल के बिना किसी की सरकार न बनें. सरकार में बड़े लेवल पर कोसी-सीमांचल की हिस्सेदारी हो और 2024 का चुनाव जमात के आधार पर हो न कि जाति के आधार पर. 2024 का चुनाव कोसी के विकास के आधार पर लड़ा जाएगा.
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