सहरसा: बिहार के सहरसा जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन के घर में पहली बार शहनाई की गूंज सुनने को मिलेगी. दरअसल उनकी पुत्री अधिवक्ता सुरभि आनंद का 15 फरवरी को पटना में विवाह है. जिसको लेकर तैयारी पुरजोर तरीके से चल रही है. वहीं खुशी के इस माहौल में आनंद मोहन की मां गीता देवी ने सीएम नीतीश से बड़ी अपील की है. गीता देवी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार को अपना बड़ा बेटा मानती हूं. साथ ही उन्होंने नीतीश से आनंद मोहन की रिहाई की गुहार लगाई है.
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15 फरवरी को आनंद मोहन की बेटी की शादी: आनंद मोहन की बेटी की शादी का कार्ड मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर केंद्र के कई मंत्रियों को भी भेजा गया है. 15 फरवरी को होने वाली इस शादी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ-साथ केंद्र के भी कई मंत्रियों के भी आने की संभावना है. वहीं इस शुभ विवाह को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां गीता देवी भी काफी खुश हैं.
पूर्व सांसद की मां गीता देवी का छलका दर्द: आनंद मोहन की मां ने अपनी पोती की शादी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस शादी में उनके पिता भी शरीक हुए हैं. पिता का दायित्व आनंद मोहन बखूबी निभा रहे हैं. पहली बार हमारे घर में शादी की शहनाई की गूंज सुनने को मिलेगी. मेरी एक ही पोती है और यह शादी काफी धूमधाम से होने वाली है. इस दौरान गीता देवी ने आनंद मोहन के जेल जाने पर अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे आनंद मोहन को पूर्ण तरीके से रिहा कर देना चाहिए. नीतीश कुमार ने उसे जेल भिजवाया था और नीतीश कुमार ही उसे निकाल सकते हैं.
"बहुत खुश हैं. खूब गीत गा रहे हैं. पोता पोती की शादी में हम खुश नहीं होंगे तो कौन होगा. हम आनंद मोहन की रिहाई चाहते हैं. नीतीश को मैंने अपना बड़ा बेटा माना है. आनंद मोहन छोटा बेटा है. नीतीश कुमार मेरी बात जरूर मानेंगे."- गीता देवी, पूर्व सांसद आनंद मोहन की मां
"शादी की खूब खुशी है. भतीजी की शादी है. गाना बजाना, नाच-गाना कर रहे हैं."- राजकुमारी देवी, आनंद मोहन की रिश्तेदार
पैतृक घर का रंग-रोगन: 15 फरवरी को होने वाली इस शुभ को लेकर आनंद मोहन के पैतृक गांव पंचगछिया स्थित निजी आवास में भी रंग रोगन का कार्य किया जा रहा है. शादी को लेकर तैयारियां जोरों पर है. उम्मीद की जा रही है कि पटना में होने वाली इस शादी में काफी संख्या में लोग शामिल होंगे.
15 दिन की पैरोल पर आनंद मोहन: पूर्व सांसद आनंद मोहन की इकलौती बेटी की शादी 15 फरवरी को है. इसको लेकर 15 दिन के पैरोल पर आनंद मोहन सहरसा जेल से बाहर हैं. इससे पहले जेल से बाहर आते ही बेटी की शादी के सामानों की खरीददारी में आनंद मोहन जुटे नजर आए थे.सबसे पहले देश और विदेश की प्रसिद्ध पीतल नगरी कहे जाने वाले पटना के परेव गांव पहुंचे और बर्तनों खरीदे.
गोपालगंज के तत्कालीन DM की हत्या के दोषी: साल 1994 में मुजफ्फरपुर में बाहुबली नेता छोटन सिंह की हत्या हुई थी. अंतिम संस्कार में शामिल होने वहां पहुंचे अंतिम यात्रा के दौरान गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णय्या लाल बत्ती की गाड़ी से गुजर रहे थे और वहां उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. आनंद मोहन के ऊपर हत्या का आरोप लगा और 2007 में निचली अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी. वहीं पटना हाईकोर्ट ने दिसंबर 2008 में आनंद मोहन की मौत की सजा को उम्र कैद में बदल दिया. बाद में जुलाई 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने पटना हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.