सहरसा : बिहार के सहरसा में मंगलवार को तकरीबन शाम के 5 बजे सजायाफ्ता कैदी और पूर्व सांसद आनन्द मोहन की पेरोल खत्म होते ही सहरसा जेल गए. जेल जाने के दौरान जेल गेट पर सैकड़ों समर्थक मौजूद थे. जानकारी हो कि पूर्व सांसद आनन्द मोहन को पहले बेटी एडवोकेट सुरभि आनन्द के रिंग सेरेमनी को लेकर 15 दिनों का पेरोल मिला था. उसके बाद फिर बेटी सुरभि आनन्द की शादी को लेकर 5 फरवरी को पेरोल मिली थी. मंगलवार 21 फरवरी को पेरोल खत्म होते ही फिर जेल जाना पड़ा. जेल जाते समय आनंद मोहन काफी भावुक हो गए थे.
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''ये तो होना ही था. शादी सफलतापूर्वक खत्म हो गई. बेटी दामाद को विदा कर दिए हैं. मेरी रिहाई कब होगी इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन एक जिम्मेदार पद पर बैठने वाले मुख्यमंत्री ने सामूहिक मंच पर कहा है तो उनके कहने में कुछ वजह होगा. अभी फिलहाल हम जेल में जा रहे हैं.'' - आनंद मोहन, पूर्व सांसद और सजायाफ्ता कैदी
अपनी रिहाई पर बोले आनंद मोहन: पूर्व सांसद आनन्द मोहन ने जेल दाखिल होने से पहले मीडिया से कहा कि 'ये तो होना ही था.' शादी को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए 15 दिनों का पेरोल थी, सब कुछ ठीक रहा. अच्छे से बेटी दामाद की विदाई कर दिये. उसके बाद अब फिर लौट रहे हैं. वहीं, मीडिया ने रिहाई को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मेरी तो कोई बातचीत नहीं हुई है. आपलोगों को ज्यादा जानकारी होगी.
फिर पेरोल पर आएंगे आनंद मोहन: उन्होंने ये भी कहा कि जब माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने सार्वजनिक मंच पर कहा है, एक जिम्मेवार पद पर असीन व्यक्ति के कहने का कुछ वजन तो होगा. मैं समझता हूं कि इसको लेकर वो गम्भीर हैं. अभी मेरी कोई रणनीति नहीं है. रणनीति यही है कि कुछ क्षण में फिर जेल जा रहा हूँ. फिर बेटे की सगाई है और शादी है उसकी तैयारी में जुट जाएंगे. बेटे चेतन आनन्द को समझाकर आये हैं शॉपिंग करने को लेकर.