रोहतास: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देश ही नहीं पूरी दुनिया में आर्थिक संकट की स्थिति है. ऐसे में थियेटर के कलाकारों को आर्थिक सहयोग देने की मांग पर अभिनव कला संगम के सदस्यों ने प्रतीकात्मक मौन आंदोलन किया. ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के राष्ट्रीय समिति के आह्वान पर देशभर के कलाकारों ने गुरुवार को मौन कार्यक्रम किया.
रंग कर्मियों के सामने आर्थिक संकट
सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने घरों में परिवार के साथ संस्था के अध्यक्ष प्रो. रणधीर सिन्हा और सचिव कमलेश कुमार समेत सभी सदस्यों ने मौन कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की आपात स्थिति में लॉक डाउन का पालन कर रहे रंग कर्मियों के समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो गई है. क्योंकि अमूमन कलाकार मध्यम वर्ग से आते हैं. यह कलाकार सरकार से प्राप्त सहयोग से ही सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हैं और परिवार का भरण-पोषण करते हैं. जो वर्तमान में बंद हो गया है.

दूभर जिंदगी जीने को विवश
कलाकारों ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से कोई प्रोजेक्ट नहीं मिल पा रहा है. फैलोशिप और अनुदान सही रूप से रंग कर्मियों तक नहीं पहुंच पाती है. रंगमंच की समृद्धि का बजटीय प्रावधान नहीं रहने से ही कलाकार दूभर जिंदगी जीने को विवश हैं.
कला संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कलाकार अपने साधन से नाटक, संगीत, लोक-नृत्य और लोक-कलाओं को जीवित रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है. लेकिन उनका भी परिवार है. भोजन, आवास और बच्चों की पढ़ाई में भी खर्च है. उन लोगों के पास बैंक बैलेंस भी नहीं के बराबर है.
सहयोग देने की मांग
कलाकारों का कहना है कि वो लॉक डाउन का दृढ़ता से पालन कर रहे हैं. साथ ही लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि इसका पालन करें. लेकिन देश भर से कलाकारों के सामने आर्थिक संकट की जो रिपोर्ट आ रही है, वह भयानक है. उन्होंने प्रधानमंत्री से प्रति कलाकारों को न्यूनतम दस हजार रुपये का सहयोग देने की मांग भी की है.