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रोहतास: MDM में गड़बड़ी को लेकर मुखिया ने लगाई शिक्षकों को फटकार, कहा- DM से करेंगे शिकायत

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Published : Nov 27, 2019, 10:48 PM IST

गंगौली इलाके के लोगों ने वहां के मुखिया से बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम में गड़बड़ी की शिकायत की थी. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे मुखिया ने विद्यालय में जाकर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान भोजन की जांच की.

रोहतास
रोहतास

रोहतास: प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना की शुरुआत इसलिए की गई थी ताकि बच्चों को नियमित रूप से खाना मिले. लेकिन सरकार की ये महत्वाकांक्षी योजनाएं शिक्षकों के कारनामे की वजह से दम तोड़ती हुई नजर आ रही है. जिले के डेहरी इलाके के मध्य विद्यालय गंगोली का हाल भी कुछ ऐसा ही है.

ग्रामीणों ने की थी शिकायत
यहां पर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन योजना में गांव के ही मुखिया ने गड़बड़ी की जांच की और शिक्षकों की जमकर क्लास लगाई. दरअसल, गंगौली इलाके के लोगों ने वहां के मुखिया से बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम में गड़बड़ी की शिकायत की थी. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे मुखिया ने विद्यालय में जाकर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन की जांच की.

पेश है एक रिपोर्ट

शिक्षकों को लगाई फटकार
इस दौरान उन्होंने खुद भोजन को चखा और बच्चों को मिलने वाले भोजन के मेन्यू के बारे में बात की. इस दौरान पता चला कि स्कूल में भोजन को लेकर काफी अनियमितता बरती जा रही है. इसे लेकर मुखिया ने स्कूल के शिक्षकों को फटकार लगाई. मुखिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोबारा किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो वह जिलाधिकारी से इसकी शिकायत करेंगे.

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मध्यान्ह भोजन की जांच करते मुखिया

दी अंतिम चेतावनी
मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर वह जांच करने पहुंचे हैं. इस दौरान पता चला कि बच्चों को परोसे जाने वाली खाने का स्तर बड़ा ही घटिया है. बच्चों को दिए जाने वाले चावल का ड्रम हमेशा खुला हुआ रहता है. आलू भी खुले में पड़ा हुआ है, तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं. शिक्षकों को बच्चों के खाने से खिलवाड़ न करने को लेकर अंतिम चेतावनी दी गई है.

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मध्यान्ह भोजन खाते बच्चे

मेन्यू के अनुसार देना है भोजन
इस बाबत बिद्यालय के हेड मास्टर से जब बात की गईं तो उनका कहना था कि बच्चों को मेन्यू के हिसाब से ही भोजन दी जाती है, कही गड़बड़ी की शिकायत नहीं है. गौरतलब है कि मध्यान्ह भोजन के तहत जारी नियमों के अनुसार विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन मेन्यू के अनुसार दिए जाने से लेकर भोजन परोसने तक की व्यवस्था की गई है. विद्यालय में समितियां भी गठित हैं. बच्चों को खाना परोसने से पहले रसोईया, समिति के सदस्य और शिक्षक द्वारा खाने को चखने की व्यवस्था शामिल है, लेकिन यह सभी नियम सरकारी कागजों तक ही सीमित है.

रोहतास: प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना की शुरुआत इसलिए की गई थी ताकि बच्चों को नियमित रूप से खाना मिले. लेकिन सरकार की ये महत्वाकांक्षी योजनाएं शिक्षकों के कारनामे की वजह से दम तोड़ती हुई नजर आ रही है. जिले के डेहरी इलाके के मध्य विद्यालय गंगोली का हाल भी कुछ ऐसा ही है.

ग्रामीणों ने की थी शिकायत
यहां पर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन योजना में गांव के ही मुखिया ने गड़बड़ी की जांच की और शिक्षकों की जमकर क्लास लगाई. दरअसल, गंगौली इलाके के लोगों ने वहां के मुखिया से बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम में गड़बड़ी की शिकायत की थी. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे मुखिया ने विद्यालय में जाकर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन की जांच की.

पेश है एक रिपोर्ट

शिक्षकों को लगाई फटकार
इस दौरान उन्होंने खुद भोजन को चखा और बच्चों को मिलने वाले भोजन के मेन्यू के बारे में बात की. इस दौरान पता चला कि स्कूल में भोजन को लेकर काफी अनियमितता बरती जा रही है. इसे लेकर मुखिया ने स्कूल के शिक्षकों को फटकार लगाई. मुखिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोबारा किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो वह जिलाधिकारी से इसकी शिकायत करेंगे.

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मध्यान्ह भोजन की जांच करते मुखिया

दी अंतिम चेतावनी
मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर वह जांच करने पहुंचे हैं. इस दौरान पता चला कि बच्चों को परोसे जाने वाली खाने का स्तर बड़ा ही घटिया है. बच्चों को दिए जाने वाले चावल का ड्रम हमेशा खुला हुआ रहता है. आलू भी खुले में पड़ा हुआ है, तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं. शिक्षकों को बच्चों के खाने से खिलवाड़ न करने को लेकर अंतिम चेतावनी दी गई है.

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मध्यान्ह भोजन खाते बच्चे

मेन्यू के अनुसार देना है भोजन
इस बाबत बिद्यालय के हेड मास्टर से जब बात की गईं तो उनका कहना था कि बच्चों को मेन्यू के हिसाब से ही भोजन दी जाती है, कही गड़बड़ी की शिकायत नहीं है. गौरतलब है कि मध्यान्ह भोजन के तहत जारी नियमों के अनुसार विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन मेन्यू के अनुसार दिए जाने से लेकर भोजन परोसने तक की व्यवस्था की गई है. विद्यालय में समितियां भी गठित हैं. बच्चों को खाना परोसने से पहले रसोईया, समिति के सदस्य और शिक्षक द्वारा खाने को चखने की व्यवस्था शामिल है, लेकिन यह सभी नियम सरकारी कागजों तक ही सीमित है.

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report ravi kumar ssm
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प्रदेश में सरकारी स्कूल में बच्चों को नियमित खाना मिले इसके लिए मध्यान्ह योजना की शुरुआत की गई है लेकिन सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना शिक्षकों के कारनामे की वजह से दम तोड़ती हुई नजर आ रही है ताजा मामला जिले के डेहरी इलाके के मध्य विद्यालय गंगोली का है जहां पर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन योजना में गांव के ही मुखिया ने गड़बड़ी को पकड़ लिया और शिक्षकों की जमकर क्लास लगाई




Body:दरअसल गंगौली इलाके के लोगों ने वहां के मुखिया से बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम में गड़बड़ी की शिकायत की थी ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे मुखिया ने विद्यालय में जाकर बच्चों को दी जाने वाली मध्यान भोजन की जांच की इस दौरान उन्होंने खुद भोजन को चखा और बच्चों से मिलने वाले हर दिन मीनू के बारे में बात भी साथ ही बच्चों को दी जाने वाली चावल को खुले में देखा तो मुखिया जी शिक्षक के कारनामों को देखकर दंग रह गए इस दौरान मुखिया ने शिक्षकों की जमकर क्लास लगाई और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आइंदा किसी तरह की गड़बड़ी सामने आई तो वह जिलाधिकारी से इसकी शिकायत करेंगे

मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर वह जांच करने पहुंचे हैं इस दौरान बच्चों को परोसे जाने वाली खाने का स्तर बड़ा ही घटिया है बच्चों को दी जाने वाली चावल ड्रम में हमेशा खुला हुआ रहता है आलू भी खुले में पड़ा हुआ है तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं शिक्षकों को बच्चों के निवाले से खिलवाड़ न करने को लेकर अंतिम चेतावनी दी गई है
इस बाबत बिद्यालय के हेड मास्टर से जब बात की गईं तो उनका कहना था कि बच्चों को मेन्यू के हिसाब से ही भोजन दी जाती है कही गड़बड़ी की शिकायत नही है


Conclusion:गौरतलब है कि मध्यान्ह भोजन के तहत जारी नियमों के अनुसार विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन मेनू के अनुसार दिए जाने से लेकर भोजन परोसने तक की व्यवस्था की गई है विद्यालय में समितियां भी गठित हैं बच्चों को खाना परोसने से पहले रसोईया , समिति के सदस्य और शिक्षक द्वारा खाने को चखने की व्यवस्था शामिल है लेकिन यह सभी नियम सरकारी कागजों तक ही सीमित है
बाइट -(देवानंद सिंह ) मुखिया सिंधौली पँचायत
बाईट - उतीम नारायण सिंह हेड मास्टर
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