रोहतास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी आयुष्मान भारत योजना में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं. ताजा मामला सासाराम के एक आई हॉस्पिटल से जुड़ा हुआ है. यहां लोगों के आंख का बिना सर्जरी किए आयुष्मान भारत योजना से राशि की निकासी कर लेने का गम्भीर मामला सामने आया है.
इस संबंध में आयुष मंत्रालय से इसकी शिकायत की गयी है. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया. हलांकि, शिकायत के बाद हरकत में आए राज्य स्वास्थ्य समिति ने मामले को लेकर अस्पताल को नोटिस जारी कर दिया है.
अस्पताल को जारी किया गया नोटिस
स्वास्थ विभाग की ओर से जारी किए गए नोटिस में सासाराम के 'निर्वाणा आई हॉस्पिटल के प्रबंधन को पूछा गया है कि आप पर कार्रवाई क्यों नहीं किया जाए. आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज के बिना ही राशि निकासी को लेकर कई सवाल भी पूछे हैं.
अस्पताल कर्मियों के नाम पर भी निकाली राशि
बता दें कि अस्पताल पर केवल मरीजों के नाम पर राशि निकासी का आरोप नहीं लगा है. बल्कि अस्पताल प्रबंधन ने अपने अस्पताल के कर्मियों का कार्ड से भी राशि की निकासी की है. फिलहाल, राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जिला स्वास्थ समिति जांच भी कर रही है. नोटिस जारी होते ही योजना मद में फर्जीवाड़ा करने वालों के बीच हड़कंप की स्थिति हो गई है.
'मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग'
इधर, शिकायतकर्ता अधिवक्ता रवि कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही इसके लिए वे पीआईएल दायर करेंगे. उन्होंने आयुष मंत्रालय के अलावे आयुष्मान योजना को देख रहे तमाम अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है.
अस्पताल अस्पताल प्रबंधन ने दी सफाई
इस मामले पर निर्वाणा अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि उनके द्वारा पूरी पारदर्शिता बरती गई हैं.उन्होंने नोटिस का जवाब भी दिया है. फिर भी उन्हें दोबारा नोटिस भेजा गया है.
'मामले की होगी उच्चस्तरीय जांच'
इधर, की संवेदनशीलता को देखते हुए सासाराम के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने कहा है कि वह खुद इस पूरे मामले पर निगाह बनाए हुए हैं. प्रक्रिया के अनुसार जैसे ही विभागीय कागजात उन तक पहुंचेगी वह खुद अपने स्तर से जांच करेंगे.
बता दें कि 'आयुष्मान भारत योजना' गरीबों को मुफ्त इलाज के लिए वरदान है. लेकिन बिचौलियों और दलालों के कारण सासाराम में इस योजना पर भी ग्रहण लगता दिख रहा हैं.