रोहतास: कोरोना वायरस को लेकर हर कोई चिंतित है. इसको लेकर रोजाना सैनिटाजेशन भी किया जा रहा है. जिले के कौमूर पहाड़ी और रोहतास प्रखंड के गांव में सीआरपीएफ के 47वीं बटालियन ने ग्रामीणों को लॉकडाउन का पालन करने की सलाह दी. साथ ही ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की.
जवानों ने आदिवासी परिवारों में जाकर एक्शन प्रोग्राम के तहत अभियान चलाया. साथ ही गरीब आदिवासी परिवारों के बीच खाद्य सामग्री समेत सैनिटाइजर, साबुन आदि का भी वितरण किया.
बाहर से आने वाले मजदूरों पर विशेष नजर
बता दें कि अनुमंडल क्षेत्र के इन सुदूर प्रखंडों में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में मजदूरी करने वाले सैकड़ों मजदूर अपने गांव लौट आए हैं. उन सभी मजदूरों की सीआरपीएफ की ओर से जांच की जा रही है. सीआरपीएफ 47वीं बटालियन के सी कंपनी कैंप तियराकला के सहायक समादेष्टा सुभाषचंद्र झा ने बताया कि सीआरपीएफ केवल नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ती. बल्कि आम जनमानस के दुख-सुख में भी शामिल रहते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करती है. उन्होंने कहा कि इसी क्रम में सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी से सटे आदिवासी बाहुल्य सुअरमनवा, जारादाग, बेल्दुरिया, यदुनाथपुर समेत कई गांवों में ग्रामीणों के बीच खाद्य सामग्री के अलावा मास्क, सैनिटाइजर और साबुन का भी वितरण किया.
बिहार में 96 कोरोना पॉजिटिव केस
बता दें कि लगातार सीआरपीएफ की तरफ से ग्रामीणों को लॉकडाउन का पालन करने को कहा भी जा रहा है. लोगों को ये भी बताया जा रहा है कि ज्यादा जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें. बेवजह घरों से निकलने की जुगत न करें. मालूम हो कि बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 96 हो गई है, जिसमें 2 की मौत हो गई है.