रोहतास: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) के द्वारा रामचरित्रमानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद सियासी हंगामा मचा है. उनके बयान के बाद बिहार की सियासत में भूचाल मचा हुआ है. सूबे की मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी लगातार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की इस्तीफे की मांग कर रही है. इतना ही नहीं उनके खिलाफ दिल्ली से लेकर बिहार तक कई मामले दर्ज हो चुके हैंं. इसी क्रम में सासाराम के सीजेएम कोर्ट में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ एक परिवाद दायर कराया है.
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शिक्षा मंत्री के खिलाफ परिवाद दायर : शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर दिए गए बयान के बाद बिहार में उनके खिलाफ परिवाद दर्ज लगातार कराया जा रहा है. जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. इसी क्रम में आज यानी 19 जनवरी को सासाराम के कोर्ट में भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामायण पासवान ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया है. दायर परिवाद में लिखा गया है कि हिंदुओं के धर्म ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर उन्होंने आपत्तिजनक बयान दिया है. जिससे उन लोगों को मानसिक रूप से कष्ट हुआ है.
सासाराम सीजेएम कोर्ट में आवेदन : सासाराम के सीजेएम कोर्ट में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह परिवाद दायर किया है. जिसमें शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पर धर्मग्रंथ के बहाने दलितों को अपमानित करने का आरोप लगाया गया है. बता दें कि आज 19 जनवरी को भाजपा के द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसके तहत शिक्षा मंत्री पर केस दर्ज कराया गया. गौरतलब है कि रामचरितमानस के एक चौपाई का हवाला देते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि- 'यह ग्रंथ समाज में नफरत फैलाती हैं. ये दलित, महिलाओं को शिक्षा देने से वंचित करता है.' जिसके बाद बिहार की राजनीतिक माहौल गरमा गया है.