ETV Bharat / state

MERRY CHRISTMAS: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया क्रिसमस, कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन - कैथोलिक चर्च

क्रिसमस-डे के अवसर पर राज्य के अलग-अलग चर्चों में मेला सा नजारा देखा गया. बड़ी संख्या में लोग चर्च पहुंचे और और प्रेम करुणा के प्रतीक प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाया. क्रिसमस को लेकर चर्च को काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया है.

CHRISTMAS DAY
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया क्रिसमस
author img

By

Published : Dec 25, 2019, 7:21 PM IST

बिहारः देश भर में क्रिसमस डे का त्यौहार धूमधाम मनाया जा रहा है. 25 दिसंबर को प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इस मौके पर राज्य में जगह-जगह चर्च को सजाया गया. सुबह से ही लोग क्रिसमस डे को लेकर काफी उत्साहित दिखे. भारी संख्या में सुबह लोग चर्च में पहुंचे और प्रेम करुणा के प्रतीक प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाया.

ROHTAS
गौशाला में यीशु

शांति के दूत रहे थे ईसा मसीह
रोहतास के कैथोलिक चर्च में प्रभु ईसा मसीह के लिए गौशाला (चरनी) का निर्माण कराया गया था. ईसाई धर्म के मुताबिक प्रभु ईसा मसीह का जन्म रात के समय इसी गौशाला में हुआ था. सुबह से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु कैथोलिक चर्च पहुंचे और गौशाला में कैंडल जलाकर ईसा मसीह का दीदार किया. चर्च के फादर बिन्नी ने बताया कि प्रभु ईसा मसीह का जन्म गौशाला में हुआ था. जिसके कारण चर्च के अंदर गौशाला यानी चरनी का निर्माण कराया जाता है. उन्होंने बताया कि प्रभु ईसा मसीह के शांति को संदेश लोगों तक पहुंचाना ही असल धर्म है. प्रभु ईसा मसीह हमेशा शांति के दूत रहे.

रोहतास में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस

विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
भोजपुर में क्रिसमस को लेकर गिरजाघरों में चहल-पहल देखने को मिली. सुबह से ही श्रद्धालुओं का चर्च पहुंचना शुरु हो गया. यहां श्रद्धालुओं ने कैंडल जलाकर अमन चैन और शांति के लिए प्रार्थना की. चर्च के पादरी अरविंद कुमार ने कहा कि ईसा मसीह का जन्म संसार में बढ़ते पापों से मुक्ति और शांति का पैगाम देने के लिए हुआ था. वहीं, इस मौके पर जिले के विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक पेटिंग बनाई. आर.पी.पी.एस. स्कूल में शांता क्लोस ने बच्चों के बीच चॉकलेट और मिठाइयां बांटी.

भोजपुर में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस

गरीबों के बीच बांटे गए कंबल
कैमूर में क्रिसमस के मौके पर भभुआ स्तिथ जेम्स चर्च में बाईबिल का पाठ किया गया. इसके माध्यम से लोगों के बिच शांति और प्रेम का संदेश दिया गया. वहीं, इस मौके पर चर्च में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. इसमें गरीब बच्चों के बीच विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता कराई गई. वहीं, प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को इनाम भी दिया गया. जेम्स चर्च की सदस्य प्रीती ने बताया कि प्रभु का जन्म हमारे कष्ट और पीड़ा को हरने के लिए हुआ था. प्रभु शांति,प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं. इस अवसर पर गरीबों में संस्थान की ओर से कंबल और कपड़े बांटे गए.

कैमूर में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस

बिहारः देश भर में क्रिसमस डे का त्यौहार धूमधाम मनाया जा रहा है. 25 दिसंबर को प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इस मौके पर राज्य में जगह-जगह चर्च को सजाया गया. सुबह से ही लोग क्रिसमस डे को लेकर काफी उत्साहित दिखे. भारी संख्या में सुबह लोग चर्च में पहुंचे और प्रेम करुणा के प्रतीक प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाया.

ROHTAS
गौशाला में यीशु

शांति के दूत रहे थे ईसा मसीह
रोहतास के कैथोलिक चर्च में प्रभु ईसा मसीह के लिए गौशाला (चरनी) का निर्माण कराया गया था. ईसाई धर्म के मुताबिक प्रभु ईसा मसीह का जन्म रात के समय इसी गौशाला में हुआ था. सुबह से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु कैथोलिक चर्च पहुंचे और गौशाला में कैंडल जलाकर ईसा मसीह का दीदार किया. चर्च के फादर बिन्नी ने बताया कि प्रभु ईसा मसीह का जन्म गौशाला में हुआ था. जिसके कारण चर्च के अंदर गौशाला यानी चरनी का निर्माण कराया जाता है. उन्होंने बताया कि प्रभु ईसा मसीह के शांति को संदेश लोगों तक पहुंचाना ही असल धर्म है. प्रभु ईसा मसीह हमेशा शांति के दूत रहे.

रोहतास में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस

विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
भोजपुर में क्रिसमस को लेकर गिरजाघरों में चहल-पहल देखने को मिली. सुबह से ही श्रद्धालुओं का चर्च पहुंचना शुरु हो गया. यहां श्रद्धालुओं ने कैंडल जलाकर अमन चैन और शांति के लिए प्रार्थना की. चर्च के पादरी अरविंद कुमार ने कहा कि ईसा मसीह का जन्म संसार में बढ़ते पापों से मुक्ति और शांति का पैगाम देने के लिए हुआ था. वहीं, इस मौके पर जिले के विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक पेटिंग बनाई. आर.पी.पी.एस. स्कूल में शांता क्लोस ने बच्चों के बीच चॉकलेट और मिठाइयां बांटी.

भोजपुर में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस

गरीबों के बीच बांटे गए कंबल
कैमूर में क्रिसमस के मौके पर भभुआ स्तिथ जेम्स चर्च में बाईबिल का पाठ किया गया. इसके माध्यम से लोगों के बिच शांति और प्रेम का संदेश दिया गया. वहीं, इस मौके पर चर्च में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. इसमें गरीब बच्चों के बीच विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता कराई गई. वहीं, प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को इनाम भी दिया गया. जेम्स चर्च की सदस्य प्रीती ने बताया कि प्रभु का जन्म हमारे कष्ट और पीड़ा को हरने के लिए हुआ था. प्रभु शांति,प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं. इस अवसर पर गरीबों में संस्थान की ओर से कंबल और कपड़े बांटे गए.

कैमूर में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस
Intro:pakg and and raw visual both are send with vo


रोहतास. पूरी दुनिया में आज प्रभु ईसा मसीह के जन्म दिवस के मौके पर क्रिसमस डे का त्यौहार मनाया जा रहा है. इसी सिलसिले में सासाराम के कैथोलिक चर्च को भी सजाया गया है.


Body:गौरतलब है कि पूरे देश में आज क्रिसमस डे के मौके पर खुशियां मनाई जा रही है. आज के दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था. सासाराम कैथोलिक चर्च के अंदर प्रभु ईसा मसीह के लिए गौशाला यानी चरनी का निर्माण कराया गया था। ईसाई धर्म के मुताबिक प्रभु ईसा मसीह का जन्म रात के समय इसी चरण में हुआ था। वही चर्च में सुबह से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर प्रभु ईसा मसीह का दीदार कर रहे हैं। महिलाएं हो या पुरुष सभी प्रभु ईसा मसीह के गौशाला में पहुंचकर कैंडल जलाकर उन्हें याद कर रहे हैं। इस दौरान सासाराम के कैथोलिक चर्च में चारों तरफ प्रभु ईसा मसीह के शांति के संदेश भी दिखाई पड़ रहे थे। वही सुबह से ही चर्च में काफी की संख्या में लोक पहुंचकर प्रभु ईसा मसीह का दर्शन कर रहे हैं। आज पूरे दिन चर्च में प्रभु ईसा मसीह के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा रहती है।

VO:1 वही सासाराम कैथोलिक चर्च के फादर बिन्नी ने बताया कि आज ही के दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था और उनका जन्म गौशाला में हुआ था। जिसके कारण चर्च के अंदर गौशाला यानी चरनी का निर्माण कराया जाता है। जहां प्रभु ईसा मसीह को रखा जाता है और उनके दर्शन के लिए लोग यहां पर पहुंचते हैं। आज सुबह से ही लोग प्रभु ईसा मसीह के दर्शन कर रहे हैं हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। वही चर्च के फादर ने बताया कि प्रभु ईसा मसीह का शांति का संदेश लोगों तक पहुंचाना ही असल धर्म है। प्रभु ईसा मसीह हमेशा शांति के दूत रहे थे।


Conclusion:बहरहाल सासाराम में भी पूरे उत्साह के साथ आज क्रिसमस डे का पर्व मनाया जा रहा है। लोग प्रभु ईसा मसीह के गौशाला में कैंडल जलाकर दर्शन भी कर रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.