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आर्थिक मंदी की मार से ट्रक व्यवसाईयों का कारोबार ठप, बोले- घर चलाना भी हुआ मुश्किल - आर्थिक मंदी

आर्थिक संकट के कारण जिले के ट्रक मालिकों के सामने लोन भरने की समस्या खड़ी हो गई है. जिले के आधे से ज्यादा ट्रक लोन पर हैं. मंदी के कारण किश्त भरना मुश्किल हो गया है. ट्रक मालिकों के साथ-साथ चालकों के सामने भी दो जून की रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.

ठप पड़ा ट्रक व्यवसाय
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Published : Sep 1, 2019, 1:06 PM IST

Updated : Sep 1, 2019, 1:41 PM IST

रोहतासः देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. उद्योग जगत के इस मंदी की चपेट में आने का असर व्यवसाय पर भी पड़ा है. आर्थिक मंदी का असर देशभर सहित रोहतास में भी दिख रहा है. जिले के 90 प्रतिशत ट्रक सड़कों के किनारे खड़े हैं. माल ढुलाई का काम नहीं मिलने के कारण ट्रक मालिक और चालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.

truck on road
सड़कों के किनारे खड़ी ट्रक

मंदी की मार झेल रहा ट्रक व्यवसाय
ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के जीडीपी ग्रोथ में गिरावट आई है. आर्थिक मंदी की वजह से कई कल-कारखाने बंद हो चुके हैं. लिहाजा आर्थिक मंदी का असर रोहतास जिला में भी साफ देखा जा रहा है. जिले में लगभग तीस हजार ट्रक मौजूद हैं. वहीं, मंदी के कारण 90 प्रतिशत ट्रक व्यवसाय ठप पड़ गया है. ट्रक मालिकों को व्यापार करने के लिए व्यापारी नहीं मिल पा रहे हैं.

rohtas truck driver
ट्रक ड्राइवर

उड़ीसा से वापस आ गई ट्रकें
वहीं, रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रोहतास से कई हजार ट्रक उड़ीसा गई थी. आर्थिक मंदी की मार उड़ीसा में भी पड़ी है, जिसकी वजह से सभी ट्रक वापस आ गई. विनय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि जिले में गिट्टी और बालू का व्यवसाय होता था. सरकार की तरफ से गिट्टी व्यवसाय को पूरी तरह से बंद करा दिया गया. जबकि बालू सरकारी रेट से चार गुना महंगा है, इस कारण बालू ढुलाई कम हो गई है.

vinay kumar rohtas
रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार

2 महीनों से बेरोजगार हैं ट्रक ड्राइवर
वहीं, एक ट्रक ड्राइवर ने बताया कि पिछले 2 महीने से ट्रक सड़क के किनारे खड़ी है. आलम यह है कि अब तो रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. ट्रक नहीं चलने की वजह से वेतन नहीं मिल रहा है. घर परिवार चला पाना मुश्किल हो गया है. वहीं, एक अन्य ट्रक ड्राइवर ने बताया कि रोहतास में बालू का उद्योग बंद हो गया है. इस वजह से भी ट्रक व्यवसाय पर असर पड़ा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की स्पेशल रिपोर्ट

लोन चुकाना हो रहा है मुश्किल
आर्थिक संकट के कारण जिले के ट्रक मालिकों के सामने लोन भरने की समस्या खड़ी हो गई है. जिले के आधे से ज्यादा ट्रक लोन पर हैं. मंदी के कारण किश्त भरना मुश्किल हो गया है. ट्रक मालिकों के साथ-साथ चालकों के सामने भी दो जून की रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.

रोहतासः देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. उद्योग जगत के इस मंदी की चपेट में आने का असर व्यवसाय पर भी पड़ा है. आर्थिक मंदी का असर देशभर सहित रोहतास में भी दिख रहा है. जिले के 90 प्रतिशत ट्रक सड़कों के किनारे खड़े हैं. माल ढुलाई का काम नहीं मिलने के कारण ट्रक मालिक और चालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.

truck on road
सड़कों के किनारे खड़ी ट्रक

मंदी की मार झेल रहा ट्रक व्यवसाय
ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के जीडीपी ग्रोथ में गिरावट आई है. आर्थिक मंदी की वजह से कई कल-कारखाने बंद हो चुके हैं. लिहाजा आर्थिक मंदी का असर रोहतास जिला में भी साफ देखा जा रहा है. जिले में लगभग तीस हजार ट्रक मौजूद हैं. वहीं, मंदी के कारण 90 प्रतिशत ट्रक व्यवसाय ठप पड़ गया है. ट्रक मालिकों को व्यापार करने के लिए व्यापारी नहीं मिल पा रहे हैं.

rohtas truck driver
ट्रक ड्राइवर

उड़ीसा से वापस आ गई ट्रकें
वहीं, रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रोहतास से कई हजार ट्रक उड़ीसा गई थी. आर्थिक मंदी की मार उड़ीसा में भी पड़ी है, जिसकी वजह से सभी ट्रक वापस आ गई. विनय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि जिले में गिट्टी और बालू का व्यवसाय होता था. सरकार की तरफ से गिट्टी व्यवसाय को पूरी तरह से बंद करा दिया गया. जबकि बालू सरकारी रेट से चार गुना महंगा है, इस कारण बालू ढुलाई कम हो गई है.

vinay kumar rohtas
रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार

2 महीनों से बेरोजगार हैं ट्रक ड्राइवर
वहीं, एक ट्रक ड्राइवर ने बताया कि पिछले 2 महीने से ट्रक सड़क के किनारे खड़ी है. आलम यह है कि अब तो रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. ट्रक नहीं चलने की वजह से वेतन नहीं मिल रहा है. घर परिवार चला पाना मुश्किल हो गया है. वहीं, एक अन्य ट्रक ड्राइवर ने बताया कि रोहतास में बालू का उद्योग बंद हो गया है. इस वजह से भी ट्रक व्यवसाय पर असर पड़ा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की स्पेशल रिपोर्ट

लोन चुकाना हो रहा है मुश्किल
आर्थिक संकट के कारण जिले के ट्रक मालिकों के सामने लोन भरने की समस्या खड़ी हो गई है. जिले के आधे से ज्यादा ट्रक लोन पर हैं. मंदी के कारण किश्त भरना मुश्किल हो गया है. ट्रक मालिकों के साथ-साथ चालकों के सामने भी दो जून की रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.

Intro:रोहतास। देश में आर्थिक मंदी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक मंदी की चपेट में रोहतास जिला के ट्रक संचालक भी आ चुके हैं।


Body:गौरतलब है कि पिछले 70 सालों में देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। जिससे उद्योग पर इसका खासा असर पड़ा है। वही ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश की जीडीपी ग्रोथ भी घटी है। लिहाज़ा आर्थिक मंदी का असर रोहतास जिला में भी साफ देखा जा सकता है। रोहतास जिला में लगभग तीस हजार ट्रक मौजूद है। जिसमें 90% ट्रक आर्थिक मंदी की चपेट में आने की वजह से रोड के किनारे खड़े हैं। क्यों कि ट्रक मालिकों को व्यापार करने के लिए व्यापारी नहीं मिल रहे हैं। जाहिर है आर्थिक मंदी की वजह से कई कल कारखाने बंद हो चुके हैं। वहीं रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रोहतास से कई हजार ट्रक उड़ीसा गई थी। लेकिन वहां भी आर्थिक मंदी की वजह से वह वापस चली आई। लिहाजा सारी ट्रकें रोड के किनारे खड़ी है। वही ट्रक ड्राइवर ने बताया कि पिछले 2 महीने से रोड के किनारे ट्रक लगाकर खड़े हैं। उन पर अब रोजी-रोटी की आफत आ गई है। क्योंकि ट्रक नहीं चलने की वजह से मालिक उन्हें पगार नहीं दे पा रहे हैं। वही ट्रक ड्राइवर ने बताया कि रोहतास में बालू का उद्योग बंद होने की वजह से भी इसपर असर पड़ा है
लिहाज़ा ट्रक मालिकों पर अब संकट यह मंडराने लगा है कि वैसे ट्रकों की किश्ती कहां से भरी जाएगी जो लोन पर ली गई थी
क्योंकि आधे से अधिक ट्रक मालिक अपने ट्रकों को लोन पर ही निकालते हैं। जिसकी समय समय पर किस्त जमा की जाती है। लेकिन मंदी की वजह से ट्रक खड़ा होने के कारण उन्हें किश्ती भी देने में मुश्किल हो रही है।


Conclusion:जाहिर है आर्थिक मंदी की चपेट में ट्रक मालिक भी हैं जिससे उनकी ट्रक रोड के किनारे खड़े हो चुकी है। वहीं ट्रक मालिकों को डर सताने लगा है कि अगर ऐसा ही रहा तो उन्हें 2 जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पाएगी।

बाइट। अध्यक्ष रोहतास ट्रक एसोशिएशन विनय सिंह
बाइट। ट्रक ड्राइवर
बाइट। ट्रक ड्राइवर
पीटीसी
Last Updated : Sep 1, 2019, 1:41 PM IST
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