रोहतासः देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. उद्योग जगत के इस मंदी की चपेट में आने का असर व्यवसाय पर भी पड़ा है. आर्थिक मंदी का असर देशभर सहित रोहतास में भी दिख रहा है. जिले के 90 प्रतिशत ट्रक सड़कों के किनारे खड़े हैं. माल ढुलाई का काम नहीं मिलने के कारण ट्रक मालिक और चालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
मंदी की मार झेल रहा ट्रक व्यवसाय
ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के जीडीपी ग्रोथ में गिरावट आई है. आर्थिक मंदी की वजह से कई कल-कारखाने बंद हो चुके हैं. लिहाजा आर्थिक मंदी का असर रोहतास जिला में भी साफ देखा जा रहा है. जिले में लगभग तीस हजार ट्रक मौजूद हैं. वहीं, मंदी के कारण 90 प्रतिशत ट्रक व्यवसाय ठप पड़ गया है. ट्रक मालिकों को व्यापार करने के लिए व्यापारी नहीं मिल पा रहे हैं.
उड़ीसा से वापस आ गई ट्रकें
वहीं, रोहतास ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रोहतास से कई हजार ट्रक उड़ीसा गई थी. आर्थिक मंदी की मार उड़ीसा में भी पड़ी है, जिसकी वजह से सभी ट्रक वापस आ गई. विनय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि जिले में गिट्टी और बालू का व्यवसाय होता था. सरकार की तरफ से गिट्टी व्यवसाय को पूरी तरह से बंद करा दिया गया. जबकि बालू सरकारी रेट से चार गुना महंगा है, इस कारण बालू ढुलाई कम हो गई है.
2 महीनों से बेरोजगार हैं ट्रक ड्राइवर
वहीं, एक ट्रक ड्राइवर ने बताया कि पिछले 2 महीने से ट्रक सड़क के किनारे खड़ी है. आलम यह है कि अब तो रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. ट्रक नहीं चलने की वजह से वेतन नहीं मिल रहा है. घर परिवार चला पाना मुश्किल हो गया है. वहीं, एक अन्य ट्रक ड्राइवर ने बताया कि रोहतास में बालू का उद्योग बंद हो गया है. इस वजह से भी ट्रक व्यवसाय पर असर पड़ा है.
लोन चुकाना हो रहा है मुश्किल
आर्थिक संकट के कारण जिले के ट्रक मालिकों के सामने लोन भरने की समस्या खड़ी हो गई है. जिले के आधे से ज्यादा ट्रक लोन पर हैं. मंदी के कारण किश्त भरना मुश्किल हो गया है. ट्रक मालिकों के साथ-साथ चालकों के सामने भी दो जून की रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.