रोहतास: बिहार के रोहतास में वन विभाग की लापरवाही के कारण एक काले हिरण को अपनी जान गंवानी (Blackbuck Death In Rohtas) पड़ी. दरअसल, वह करगहर थाना क्षेत्र स्थित कैमूर पहाड़ी से भटक कर रिहायशी इलाके में चल आया था. जिसे देख आवारा कुत्तों का एक झुंड उग्र हो गया और काले हिरण पर हमला कर दिया. कुत्तों के हमले से वह खुद को बचा नहीं पाया. हमले में घायल काला हिरण बेसुध होकर सड़क किनारे पड़ा था. जिसे देख स्थानीय ग्रामीणों ने मामले की सूचना वन विभाग को दी. (Dogs Attack On Blackbuck In Rohtas)
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वन विभाग ने दिखाई लापरवाही: घटना की सूचना मिलने के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची. इसी बीच ग्रामीण बेसुध काले हिरण के पास बैठकर इंतजार करते रहे. जब काफी देर बाद भी वन विभाग ने रिस्पांस नहीं दिया तो जिंदगी और मौत से जूझ रहे काले हिरण को स्थानीय ग्रामीण करगहर पशु चिकित्सालय ले गए. जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. काले हिरण को कुत्तों ने कई जगहों से नोंच-नोंचकर घायल कर दिया था. यदि समय पर इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बच जाती.
"काले हिरण को आवारा कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया था. जिसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गयी. लेकिन वन विभाग का कोई कर्मी हिरण की सुध लेने नहीं पहुंचा. बाद में स्थानीय लोगों की मदद से उसका पशु चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा गया. जहां इलाज के दौरान काले हिरण की मौत हो गयी" - रवि कुशवाहा, पंचायत समिति सदस्य के प्रतिनिधि
कगहर में काफी संख्या में काले हिरण: कगहर इलाके में काफी संख्या में काले हिरण हैं. ज्यादातर ये कैमूर पहाड़ी और उसे लगे जंगल में ही रहते हैं. लेकिन खाना और पानी के तलाश में भटकते हुए रिहायशी इलाके में चले आते है. जहां उन पर कभी-कभी आवारा कुत्ता हमला कर देते हैं. बता दें कि काले हिरण पर शिकारियों की भी नजर रहती है, क्योंकि काले हिरण के सिंग की काफी डिमांड है. एक अनुमान के मुताबिक काले हिरण के सिंग की कीमत करीब 15 लाख रुपये तक है.