पूर्णिया: जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. हिंदी दिवस स्मृति शेष में ईटीवी भारत ने राष्ट्रकवि दिनकर से जुड़े पुस्तकालय पर खबर दिखाई थी. इसके साथ ही इसे बतौर धरोहर विकसित किए जाने को लेकर आवाज उठायी थी. जिसे लेकर छात्र लोजपा ने पुस्तकालय को दुरुस्त किए जाने की मांग की है. छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर जमकर प्रदर्शन किया.
पूर्णिया कॉलेज के छात्र भी लोजपा की मांग का समर्थन करते नजर आए. जिसके बाद हरकत में आए कॉलेज प्रशासन की ओर से 15 दिनों के भीतर पुस्तकालय का कायाकल्प की घोषणा की गई. पूर्णिया कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मिथिलेश मिश्र ने राष्ट्रकवि दिनकर से जुड़ी ऐतिहासिक लाइब्रेरी को जल्द से जल्द ठीक कराने का आश्वासन दिया.
पुस्तकालय के कयाकल्प की मांग
एक तरफ जब हिंदी दिवस को देश हिंदी साहित्य और उनसे जुड़े साहित्यकारों को याद कर रहा था. तब ईटीवी भारत ने हिंदी के प्रति अपनी रुचि दिखाते हुए स्मृति शेष में गुजरे 15 सिंतबर को राष्ट्रकवि दिनकर और उनके पसंदीदा स्थल जहां प्रसिद्ध कृति 'रश्मिरथी' की रचना की गई थी. इसकी बदहाली को देख इसके कायाकल्प से जुड़ी आवाज को पुरजोर तरीके से उठाई थी.
जिसके बाद आज छात्र लोजपा अध्यक्ष सुमित कुमार ने राष्ट्रकवि दिनकर से जुड़े ऐतिहासिक पुस्तकालय के कायाकल्प की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. पीयू प्रशासन के खिलाफ छात्र और लोजपा सदस्य मैदान में उतर गए. छात्रों ने राष्ट्रकवि दिनकर और उनके स्थान जहां पर विश्व प्रसिद्ध कृति 'रश्मिरथी' की रचना की गई थी. इसके साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण को लेकर धरना प्रदर्शन किया.
बदहाली के खिलाफ मुहिम
लोजपा छात्र अध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा कि सबसे पहले मैं ईटीवी भारत को उनके मुहिम के लिए धन्यवाद देता हूं. ईटीवी ने राष्ट्रकवि दिनकर और उनकी प्रसिद्ध कृति 'रश्मिरथी' की रचना से जुड़ी ऐतिहासिक स्थल की बदहाली को उजागर करने की मुहिम शुरु की है. रिपोर्ट दिखाकर लोगों को इसकी बदहाली से रूबरू कराया है. इसके साथ ही इसे बतौर धरोहर विकसित किए जाने की आवाज उठाई. जिससे हमें प्रोत्साहन मिला है.
15 दिनों के भीतर बदलेगी सूरत
छात्र नेता ने कहा कि लिहाजा हमारी पहली प्राथमिकता और मुख्य मांग इसकी बदहाली को दूर करना है. इसके साथ ही सफाई कर्मी की कमी से निबटने के साथ ही पेयजल और शौचालय को दुरुस्त कराना है. इसी को लेकर आज तालाबंदी और प्रदर्शन किया गया. जिसके बाद प्रिंसिपिल ने 15 दिनों के भीतर पुस्तकालय के जीर्णोद्धार का आश्वासन दिया है.
बोले प्रिंसिपल-जल्द दूर करेंगे बदहाली
वहीं पूर्णिया कॉलेज के प्रिंसिपल मिथिलेश मिश्र ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर से जुड़ी इस ऐतिहासिक स्थल की बदहाली पर हमारा ध्यान नहीं गया. इन सब के लिए दुःख व्यक्त करने के साथ ही छात्र दोस्तों से इसकी बदहाली को लेकर क्षमा मांगता हूं. साथ ही यह विश्वास दिलाता हूं कि उनकी इस जायज मांग को जल्द पूरा किया जाएगा.