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PMJAY में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल और 'आयुष्मान मित्र' सम्मानित

इस अचीवमेंट पर सदर अस्पताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. हमने योजना की शुरुआत से ही जरूरतमंदों तक इसका लाभ पहुंचाने की रणनीति बनाई और टीम बनाकर काम किया.

आयुष्मान मित्र मो. महबूब आलम
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Published : Sep 25, 2019, 2:12 PM IST

Updated : Sep 25, 2019, 2:51 PM IST

पूर्णिया: आयुष्मान भारत योजना में सीमांचल के एम्स के नाम से मशहूर पूर्णिया सदर अस्पताल ने बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों में अव्वल दर्जा हासिल किया है. अस्पताल ने आयुष्मान भारत योजना के शुरुआती दिनों से ही बिहार के तमाम अस्पतालों को पछाड़े रखा. अस्पताल को इस सुनहरी उपलब्धि के लिए डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के हाथों 'बेस्ट परफार्मिंग अवॉर्ड' से नवाजा गया है.

'रणनीति के तहत टीम बनाकर किया काम'
इस उपलब्धि के बाद से सदर अस्पताल प्रबंधन फूला नहीं समा रहा. अपनी इस अचीवमेंट पर सदर अस्पताल के सीएस ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि सीमांचल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की खासी तादाद है. हर साल हजारों लोग पैसे की कमी से इलाज के आभाव में अपनी जान गंवा देते हैं. लिहाजा योजना की शुरुआत से ही मैंने जरूरतमंदों तक इसका लाभ पहुंचाने की रणनीति बनाई और टीम बनाकर काम किया. वहीं गोल्डन कार्ड बनवाने के साथ ही क्लेम दिलवाने तक में हम पुरजोर तरीके से लगे रहे.

awarded best performing award in pmjay
पूर्णिया सदर अस्पताल

डाटा ऑपरेटर को बेस्ट परफॉर्मर अवॉर्ड
आयुष्मान भारत के एक साल पूरे होने पर राजधानी पटना में अस्पताल प्रबंधन को सम्मानित किया. डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पूर्णिया सदर अस्पताल प्रबंधन की तारीफ करते हुए आयुष्मान भारत योजना के डाटा ऑपरेटर महबूब को भी PMAM के बेस्ट पेरफॉर्मेर अवार्ड से नवाजा गया.

awarded best performing award in pmjay
सीएस मधुसूदन प्रसाद

'समर्पित होकर सेवा के लिए तैयार'
आयुष्मान मित्र और अवार्ड विजेता मो महबूब आलम ने कहा कि मेरे इस सम्मान में सीएस मधुसूदन प्रसाद से लेकर अधीक्षक इंद्र नारायण झा साथ ही मैनेजर शिल्पी चौधरी का विशेष योगदान है. महबूब ने कहा कि काम के वक्त ड्यूटी टाइम की फिक्र न कर समर्पित होकर सेवा के लिए तैयार रहना चाहिए. हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड खोलने के लिए यहां आने वाले लोगों को सहूलियत दी. साथ ही घर-घर जाकर लोगों को योजना की जानकारी दी. कई लोगों को घर से सदर अस्पताल लेकर आए, उनका कार्ड बनाया गया.

पेश है रिपोर्ट

4 हजार से अधिक लाभुकों का बना गोल्डन गार्ड
प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को केंद्र में रखते हुए पूर्णिया सदर अस्पताल में 4 हजार से भी अधिक लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया गया. गोल्डन कार्ड के जरिए कार्डधारी किसी भी सरकारी अस्पताल या पैनल में शामिल निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज करा सकता है. इलाज के एवज में लाभुक को कोई व्यक्तिगत खर्च नहीं देना होता है.

अबतक 4178 लोगों का बना गोल्डन कार्ड
पूर्णियां सदर अस्पताल में अबतक 4178 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है. इनमें से 905 लाभुकों ने अपना इलाज कराया है. जिसके लिए तकरीबन साढ़े 36 लाख का क्लेम आया है. वहीं सबसे खास बात यह है कि 36 लाख 45 हजार 190 रुपए के इस क्लेम में 16 लाख से अधिक रुपए का क्लेम अस्पताल को मिल भी चुका है.

पूर्णिया: आयुष्मान भारत योजना में सीमांचल के एम्स के नाम से मशहूर पूर्णिया सदर अस्पताल ने बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों में अव्वल दर्जा हासिल किया है. अस्पताल ने आयुष्मान भारत योजना के शुरुआती दिनों से ही बिहार के तमाम अस्पतालों को पछाड़े रखा. अस्पताल को इस सुनहरी उपलब्धि के लिए डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के हाथों 'बेस्ट परफार्मिंग अवॉर्ड' से नवाजा गया है.

'रणनीति के तहत टीम बनाकर किया काम'
इस उपलब्धि के बाद से सदर अस्पताल प्रबंधन फूला नहीं समा रहा. अपनी इस अचीवमेंट पर सदर अस्पताल के सीएस ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि सीमांचल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की खासी तादाद है. हर साल हजारों लोग पैसे की कमी से इलाज के आभाव में अपनी जान गंवा देते हैं. लिहाजा योजना की शुरुआत से ही मैंने जरूरतमंदों तक इसका लाभ पहुंचाने की रणनीति बनाई और टीम बनाकर काम किया. वहीं गोल्डन कार्ड बनवाने के साथ ही क्लेम दिलवाने तक में हम पुरजोर तरीके से लगे रहे.

awarded best performing award in pmjay
पूर्णिया सदर अस्पताल

डाटा ऑपरेटर को बेस्ट परफॉर्मर अवॉर्ड
आयुष्मान भारत के एक साल पूरे होने पर राजधानी पटना में अस्पताल प्रबंधन को सम्मानित किया. डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पूर्णिया सदर अस्पताल प्रबंधन की तारीफ करते हुए आयुष्मान भारत योजना के डाटा ऑपरेटर महबूब को भी PMAM के बेस्ट पेरफॉर्मेर अवार्ड से नवाजा गया.

awarded best performing award in pmjay
सीएस मधुसूदन प्रसाद

'समर्पित होकर सेवा के लिए तैयार'
आयुष्मान मित्र और अवार्ड विजेता मो महबूब आलम ने कहा कि मेरे इस सम्मान में सीएस मधुसूदन प्रसाद से लेकर अधीक्षक इंद्र नारायण झा साथ ही मैनेजर शिल्पी चौधरी का विशेष योगदान है. महबूब ने कहा कि काम के वक्त ड्यूटी टाइम की फिक्र न कर समर्पित होकर सेवा के लिए तैयार रहना चाहिए. हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड खोलने के लिए यहां आने वाले लोगों को सहूलियत दी. साथ ही घर-घर जाकर लोगों को योजना की जानकारी दी. कई लोगों को घर से सदर अस्पताल लेकर आए, उनका कार्ड बनाया गया.

पेश है रिपोर्ट

4 हजार से अधिक लाभुकों का बना गोल्डन गार्ड
प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को केंद्र में रखते हुए पूर्णिया सदर अस्पताल में 4 हजार से भी अधिक लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया गया. गोल्डन कार्ड के जरिए कार्डधारी किसी भी सरकारी अस्पताल या पैनल में शामिल निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज करा सकता है. इलाज के एवज में लाभुक को कोई व्यक्तिगत खर्च नहीं देना होता है.

अबतक 4178 लोगों का बना गोल्डन कार्ड
पूर्णियां सदर अस्पताल में अबतक 4178 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है. इनमें से 905 लाभुकों ने अपना इलाज कराया है. जिसके लिए तकरीबन साढ़े 36 लाख का क्लेम आया है. वहीं सबसे खास बात यह है कि 36 लाख 45 हजार 190 रुपए के इस क्लेम में 16 लाख से अधिक रुपए का क्लेम अस्पताल को मिल भी चुका है.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)
exclusive

आयुष्मान भारत योजना में सीमांचल के एम्स के नाम से मशहूर पूर्णिया सदर अस्पताल बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों में अव्वल आया है। सबसे खास बात यह है कि पूर्णिया सदर अस्पताल ने आयुष्मान भारत योजना के शुरुआती दिनों से ही बिहार के तमाम अस्पतालों को पछाड़े रखा।
इतना ही नहीं सीमांचल के एम्स कहे जाने वाले पूर्णिया सदर अस्पताल को इस सुनहरी उपलब्धि के लिए बकायदा सूबे के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य महकमे के मंत्री के हाथों बेस्ट परफार्मिंग अवार्ड से नवाजा गया है।




Body: 'आयुष्मान' अचीवमेंट पर सीएस का सीना चौड़ा...

वहीं स्वास्थ्य महकमे की ओर से जारी आयुष्मान भारत योजना के बेस्ट परफॉर्मेरो की फेहरिश्त में आयुष्मान स्थान आने के बाद सदर अस्पताल प्रबंधन फुला नहीं समा रहा। अपने इस सुनहरे अचीवमेंट पर सदर अस्पताल सीएस ने ईटीवी भारत से बात करते हुए यहां तक कह डाला है कि पूर्णिया सदर अस्पताल की इस उपलब्धि के बाद उनका सीना गर्व से 100 इंच चौड़ा हो गया है। वहीं हो भी क्यों न महज स्वास्थ्य महकमा ही नहीं बल्कि इनके चार्ज संभालने के बाद सांलों से रुके हुए काम जिस ततपरता से निबटाया गया है। लोगों ने इन्हें 'सार्जेंट सीएस' कहना शुरू कर दिया है।


आयुष्मान भारत में अव्वल पूर्णिया सदर अस्पताल....

वहीं प्रधानमंत्री आरोग्य भारत योजना अंतर्गत आने वाले आयुष्मान भारत योजना के अचीवमेंट पर नजर डालें जो इस मामले में पूर्णिया सदर अस्पताल प्रदेश भर के सभी सरकारी अस्पतालों में अव्वल रहा। इस उपलब्धि की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आयुष्मान के रेस में पूर्णिया सदर अस्पताल ने शुरुआती दौर से ही अपनी पकड़ बनाए रखी। सूबे के सभी सरकारी अस्पतालों को पछाड़ते हुए पहले स्थान पर बना रहा।


4 हजार से अधिक लाभुकों का बना गोल्डन गार्ड...

प्रधानमंत्री मोदी के महती महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को केंद्र में रखते हुए पूर्णियां सदर अस्पताल के कार्यों पर एक नजर डालें महज पूर्णिया सदर अस्पताल में 4 हजार से भी अधिक लोगों का गोल्डन कार्ड बना। जानना जरूरी है कि आयुष्मान योजना के तहत बनने वाला गोल्डन कार्ड ऐसा कार्ड है
जिसके जरिए कार्डधारी किसी भी सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज करा सकता है। इलाज के एवज में लाभुक को कोई व्यक्तिगत ख़र्च नहीं देना होता है।


क्लेम में सदर अस्पताल पूर्णिया सूबे का सबसे बड़ा फेम..

आंकड़ों के इस अखाड़े में कदम रखें तो एकलौते पूर्णियां सदर अस्पताल में 4178 लोगों का गोल्डन कार्ड बना। इनमें से 905 लाभुकों ने अपना इलाज करा लिया है। जिसके लिए तकरीबन साढ़े 36 लाख का क्लेम आया। वहीं सबसे खास बात यह है कि 3645190 रुपए के किए गए इस क्लेम में 16 लाख से अधिक रुपए का क्लेम अस्पताल को मिला गया है। जो सूबे के दूसरे अस्पतालों के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल की यह उपलब्धि किसी करिश्में से कम नहीं।


PMAM का बेस्ट पेरफॉर्मेर अवार्ड किया अपने नाम...

इसी करिश्में का नतीजा है आयुष्मान भारत के एक वर्ष पूरे होने पर जब राजधानी पटना में सूबे के तमाम अस्पतालों के स्टाफ दर्शक दीर्घा में बैठे ताली बजा रहे थे। तो वहीं डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पूर्णिया सदर अस्पताल प्रबंधन की तारीफ करते हुए आयुष्मान भारत योजना के आरोग्य कम डाटा ऑपरेटर महबूब को PMAM के बेस्ट पेरफॉर्मेर अवार्ड से सम्मानित कर रहे थे।


तो इस वजह से अब तक अव्वल रहा सदर अस्पताल....

वहीं सदर अस्पताल सीएस मधुसूदन प्रसाद ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि सीमांचल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की खासी तादाद है। हर साल हजारों ही लोग पैसे की कमी से इलाज के आभाव में अपनी जान गंवा देते हैं। लिहाजा सरकारी की यह महत्वाकांक्षी योजना आते ही मैंने सबसे पहले यह तय किया कि इसका लाभ हर अंतिम जरूरतमंदों तक पहुंचे इसके लिए एक रणनीति बनाई गई। जिसपर हम सब ने एक टीम के साथ काम किया। वहीं गोल्डन कार्ड बनवाने के साथ ही क्लेम दिलवाने तक में हम पुरजोर तरीके से लगे रहे।

काश हर विभाग में होते महबूब जैसे कर्मी....

इस बाबत आयुष्मान अवार्ड विजेता मो महबूब आलम ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बात करते हुए कहा कि मेरे इस सम्मान में सीएस मधुसूदन प्रसाद से लेकर अधीक्षक इंद्र नारायण झा साथ ही मैनेजर शिल्पी चौधरी का विशेष योगदान है। महबूब ने कहा कि काम के वक़्त ड्यूटी टाइम की फिक्र न कर येन केन प्रकारेण रूप से समर्पित होकर सेवा के लिए तैयार रहना चाहिए। हमने अधिक से अधिक लोगों के कार्ड खोलने के यहां आने वालों को सहूलियत प्रदान किए जाने के साथ ही घर जाकर लोगों को योजना की जानकारी दी। घर से सदर अस्पताल लाए उनका कार्ड बनाया गया।










Conclusion:बहरहाल सभी सरकारी महकमें में अगर महबूब जैसे कर्मी हो तो बेशक महकमें की सूरत और सीरत दोनों ही बदल जाएगी. सेवा भाव के आगे असंभव को भी घुटने टेकने पड़ते हैं।
Last Updated : Sep 25, 2019, 2:51 PM IST
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