पूर्णियाः सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ आयोजित जनसभा को संबोधित करने जाने-माने शायर इमरान प्रतापगढ़ी अमौर पहुंचे. पहली बार सीमांचल पंहुचे इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने तरन्नुम भरे अंदाज से जनसभा में नया जोश भर दिया. इस दौरान जनता हाई स्कूल स्थित विशुनपुर मैदान में उनके साथ जाप सुप्रीमो पप्पू यादव समेत कई दूसरे बड़े नेता मौजूद रहे.
शायराना लहजे में विरोध
इमरान प्रतापगढ़ी के तरन्नुमी तिलिस्म को सुनने सीमांचल और कोसी के लाखों लोग पंहुचे. धरना और जनसभा में शामिल लोगों ने इमरान प्रतापगढ़ी के शायराना लहजे के साथ एनआरसी, सीएए व एनपीआर के खिलाफ शायरी के बोल दोहराए.
'जनता की एकता एहसास'
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते प्रतापगढ़ी ने शायराना लहजे में कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह कहते हैं कि वह सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर 1 इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. लिहाजा शाहीन बाग में इसके खिलाफ आवाजें उठने लगी. तब उन्हें देश की जनता की एकता एहसास हुआ.
'चौकीदार हमें मारने पर उतारू'
प्रतापगढ़ी ने कहा कि सरकार प्रदर्शन से इतना डर गई कि निहत्थे स्टूडेंट्स पर आंसू गैस के गोले और गोलियां तक दागने पर उतारू हो गई. उन्होंने ने कहा कि हमने यह कभी नहीं सोचा था कि हमारी रक्षा के बजाय चौकीदार हमें मारने पर उतारू हो जाएगा.
जाप सुप्रीमो ने सरकार को बताया भक्षक
वहीं लोगों से आजादी के नारे लगवाते जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि देश इस समय ऐसे दौड़ से गुजर रहा है जहां पूरे देशवासी अपने अधिकारों के लिए एक हो गए हैं. उन्होंने कहा कि न सिर्फ देश में बल्कि देश से बाहर भी केंद्र की तानाशाही सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद हो रही है. उन्होंने कहा कि मोदी और अमित शाह को संविधान का रक्षक होना चाहिए था. लेकिन दोनों ठीक इसके विपरीत संविधान के भक्षक बन गए हैं.