पूर्णिया: एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और अमौर से विधायक अख्तरुल इमान ने पूर्णिया में कहा कि सीमांचल के साथ विकास में वर्षों से भेदभाव किया जा रहा है. सीमांचल के लोगों के हक के लिए उनकी पार्टी एआईएमआईएम सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी. वहीं, इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार का दामन थामने से जुड़ी सियासी अटकलों पर भी पूरी तरह पूर्ण विराम लगा दिया.
ये भी पढ़ें- JDU के खेमे में AIMIM के पांचों विधायक? CM नीतीश से मुलाकात के बाद लगाए जा रहे कयास
सड़क पर उतरेगी एआईएमआईएम
विधायक अख्तरुल इमान ने सीमांचल के विकास को लेकर सरकार के सामने कई मांगों को रखा. अख्तरुल इमान ने सीमांचल में उपराजधानी बनाने, हाईकोर्ट बेंच स्थापना करने, एम्स की शाखा खोलने और सीमांचल विकास परिषद की गठन की मांगों को लेकर आंदोलन करने की बात कही.
सीएम से मुलाकात के पीछे का राज ?
वहीं, इस दौरान राजनीतिक अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से उनकी और उनके विधायकों की मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं. सीएम से मुलाकात में केवल सीमांचल के विकास की बातें हुईं. जब तक जदयू भाजपा के साथ है एआईएमआईएम किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री का दामन नहीं थामेगी.
ये भी पढ़ें- 'नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पाये'
तो क्या टूटने वाली है दो भाइयों की गांठ
बहरहाल, सीएम से एआईएमआईएम की मुलाकात के बाद से सियासी हलकों तूफान मचा है. वहीं, अख्तरुल इमान की दो टूक से साफ सियासी मायने निकाले जा सकते हैं. तो क्या फिर सीएम नीतीश कुमार का गठबंधन धर्म से इतर एआईएमआईएम के विधायकों से मुलाकात और अब रालोसपा सुप्रीमो के उनके साथ आने के पुख्ता संकेत से यह मान लिया जाए कि भाजपा और जदयू के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा. बड़े भाई छोटे भाई की गांठ टूटने वाली है.