पूर्णिया: जिले के केंद्रीय कारागार में बंद कृपाली मंडल की मौत हो गई. बताया जाता है कि कृपाली मंडल गांव में हुए जमीनी विवाद में चमक लाल की मौत के बाद चमक लाल के परिजन ने कृपाली मंडल एवं उसके पूरे परिवार को हत्यारोपी बनाया था. जिसमें कृपाली के दो बेटे उनकी पत्नी उनकी बहू एवं भतीजा को नामजद बनाया था. उसी मामले में 22 जनवरी से जेल में पाली मंडल बंद थे.
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पूर्णिया के टीकापट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरी निवासी चमक लाल मंडल एवं दीपाली मंडल का जमीन विवाद चल रहा था. जिसमें कुछ दिन पूर्व चमक लाल मंडल एवं की पाली मंडल में मारपीट हुआ था और चमक लाल की मौत हो गई थी. जिसके बाद चमक लाल के परिजन द्वारा कृपाली मंडल के पूरे परिवार को हत्यारोपी बनाया गया था. व्यवहार न्यायालय ने हत्या मामले में दीपाली मंडल की पत्नी एवं उनकी बहू को बरी किया था और कृपाली मंडल उनके दो बेटे और एक भतीजे को जेल भेजा था. - बद्री मंडल, मृतक के दामादये भी पढ़ें ...मोतिहारी में डबल मर्डर से सनसनी, फायरिंग करते हुए फरार हो गए बाइक सवार बदमाश
जेल के डॉक्टर द्वारा कृपाली मंडल को इलाज के लिए जेल से सदर अस्पताल भेजा गया था जिसे जेल के सिपाही ने सदर अस्पताल लेकर आया था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. - जेल के सिपाही
जब कृपाली मंडल को सदर अस्पताल लाया गया था तो न तो उनका पल्स मिल रहा था और ना ही बीपी इससे साफ जाहिर होता है कि अस्पताल लाने से पहले उनकी मौत हो गई थी.- अखिलेश गुंजन, जेल के डॉक्टर