पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया सहित भागलपुर और अन्य जिलों के लोगों के लिए खुशखबरी है. अगर 2022 के अंत तक टर्मिनल निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी तो जल्द ही पूर्णिया से हवाई यात्रा (Air Travel From Purnia) शुरू हो जाएगी. मंगलवार को संसद में नागर विमानन मंत्रालय के अधीन वर्ष 2022-23 की डिमांड फॉर ग्रांट पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए सांसद संतोष कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से इस वर्ष के अंत तक पूर्णिया से नागरिक विमान सेवा आरम्भ करवाने का आग्रह किया.
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उड़ान सेवा में शामिल करने के लिए पीएम को दिया धन्यवाद: सांसद संतोष कुमार ने पूर्णिया को उड़ान-सेवा में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साधुवाद दिया. सांसद ने अब तक की प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में ही एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार द्वारा राशि आवंटित की जा चुकी है. मामला हाई कोर्ट में था, जो बाधा 09 मार्च को समाप्त हो चुकी है.
रनवे निर्माण का कार्य हो चुका है पूरा: पूर्णिया से हवाई यात्रा शुरू करने में सबसे बड़ी बाधा जमीन अधिग्रहण का मामला था. क्योंकि अधिग्रहण का मामाल कोर्ट में चला गया था. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले को जिलाधिकारी को सौंप दिया है. अब जमीन मामले की सुनवाई डीएम करेंगे. सांसद कुशवाहा ने कहा कि उम्मीद है कि इस मामले का निपटारा 15 अप्रैल तक हो जाएगा. रनवे निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है.
कई इलाकों के लोग होंगे लाभान्वित: सांसद ने मंत्री से आग्रह किया है कि 15 अप्रैल के बाद बिड की प्रक्रिया अपनाकर तत्काल ही टर्मिनल निर्माण की प्रकिया शुरू की जाय ताकि विमान-सेवा आरम्भ हो सके. उन्होंने कहा कि पूर्णिया से विमान सेवा आरंभ होने से पिछड़े इलाके को नई पहचान मिलेगी. इस एयरपोर्ट से न केवल कोसी और सीमांचल के लोग बल्कि भागलपुर, पड़ोसी देश नेपाल और पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के लोग भी लाभान्वित होंगे.
सांसद ने कि एयर इंडिया के निजीकरण की सराहना: बता दें कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि हवाई चप्पल वाले भी हवाई-सेवा का लाभ लेंगे. वह सपना अब पूरा होने वाला है. साथ ही सांसद ने नालंदा को हवाई सेवा के बुद्ध सर्किट से भी जोड़ने की मांग की. उन्होंने एयर इंडिया के निजीकरण की सराहना की लेकिन कहा कि उनका मानना है कि सरकार के अधीन भी सरकारी विमान कंपनी होनी चाहिए, ताकि विकट परिस्थितियों में आम आदमी को भी हवाई सेवा प्रदान किया जा सके.
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