पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया (Purnea) शहर के लाइन बाजार कप्तान पुल स्थित एक निजी अस्पताल में 12 वर्षीय मासूम की मौत गुस्साये परिजनों ने जमकर बवाल काटा. हंगामे की सूचना पर सहायक खजांची थाना की पुलिस हॉस्पिटल पहुंची और उग्र परिजनों को शांत कराया.
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर मासूम के इलाज में लापरवाही बरतने व पैसे ऐंठने के लिए शव को कब्जे में रखने का आरोप लगाते हुए सहायक खजांची थाना में प्राथमिकी दर्ज (FIR) कराई है.
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मासूम की मौत के लिए अस्पताल को ठहराया दोषी
मासूम का नाम लक्ष्मण कुमार बताया जा रहा है. 12 वर्षीय लक्ष्मण बनमनखी थाना के कुशाहा गांव का रहने वाला था. मासूम की मां अनीता देवी अस्पताल में इलाजरत हैं. मामले को लेकर मृतक के पिता उपेंद्र प्रसाद राम ने बताया कि उनके बेटे लक्ष्मण और पत्नी को उलटी और दर्द की शिकायत थी. स्थिति गंभीर होने के बाद मंगलवार देर रात लाइन बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मासूम की मौत की खबर छिपाता रहा अस्पताल
बुधवार को मरीज की स्थिति के बारे में पूछने पर डॉक्टरों ने बताया कि दोनों नॉर्मल हैं. लेकिन गुरुवार दोहपर बच्चे की मौत हो गई. आरोप है कि बच्चे की मौत बताने से अस्पताल प्रबंधन घंटों तक बचता रहा. परिजन नेहा देवी ने कहा कि मरीज की मौत के 4 घंटे बाद जानकारी दी गई. इलाज के क्रम में उन लोगों से अस्पताल ने 3.30 लाख ऐंठ लिए.
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अस्पताल प्रबंधन ने दी सफाई
अस्पताल प्रबंधक प्रेम कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि मरीज को फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) था. दोनों की स्थिति गंभीर थी. इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई, जबकि मां का इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि कुशाहा में इन लोगों के परिवार के एक और व्यक्ति को फूड प्वाइजनिंग है. जिसकी मौत घर पर ही हो गई थी. इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है.