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कर्मचारी ही निकला पूर्णिया में 18.5 लाख की लूट का मास्टरमाइंड, रुपए हड़पने के लिए गढ़ी थी झूठी कहानी - ईटीवी न्यूज

पूर्णिया के मधुबनी टीओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत बनभाग रोड स्थित माउंटजोन स्कूल के पास बीते 16 अप्रैल को हुई 18.50 लाख की लूट (Robbery in Purnea) का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. लूट के इस मामले में पीड़ित समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अभी भी फरार है.

Robbery in Purnea
Robbery in Purnea
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Published : Apr 23, 2022, 9:23 AM IST

पूर्णिया: पूर्णिया शहर के आलोक इंटरप्राइजेज के कलेक्शन कर्मी से हुए 18 लाख 50 हजार के कथित लूटकांड से आखिरकार पर्दा (Purnea robbery exposed) उठ गया. पुलिस ने इस कांड का खुलासा कर दिया है. इस मामले में लूट के इस मामले में तीन को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अभी भी फरार है. इसमें हैरत की बात यह है कि लूटकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि खुद कलेक्शन कर्मी धनंजय कुमार दास (18 lakh 50 thousand robbery in Purnea) ही निकला. पुलिस को दिए इकबालिया बयान में धनंजय ने बताया है कि आखिर कैसे उसने मोटी रकम को हड़पने की लालच में न सिर्फ लूटकांड की झूठी कहानी रची बल्कि शातिर साथियों की मदद से अंजाम तक पहुंचाया.

ये भी पढ़ें: वैशाली में स्वर्ण कारोबारी की गोली मारकर हत्या, वारदात से ज्वैलर्स में रोष

गठित हुई थी विशेष जांच टीम: मधुबनी टीओपी थाना में घटित 18.50 लाख के लूट की घटना का पर्दाफाश करते हुए पूर्णिया के एसपी दयाशंकर (Purnia SP Dayashankar) ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी सुरेन्द्र कुमार सरोज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. इसमें पुअनि वरुण कुमार झा, संतोष कुमार, अंशु कुमारी, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, मधुबनी टीओपी प्रभारी पवन कुमार चौधरी, विजय कुमार, तकनीकी शाखा के कर्मी सुनील कुमार, रोहित कुमार, इंद्रजीत कुमार, रंजीत कुमार, सुबोध कुमार, सुमित एवं पप्पू कुमार जैसे पुलिस कर्मी शामिल थे.

देखें वीडियो

साथियों के साथ रची थी लूट की कहानी: इस लूट कांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने जो वजह बताई, उसे सुनकर हर किसी के कान खड़े हो गए. मामले की छानबीन के दौरान पुलिस टीम की शक की सुई कलेक्शन कर्मी धनंजय पर ही आकर ठहरी. गिरफ्तार आरोपी धनंजय चंद्र दास गुलाबबाग स्थित आशीष कुमार के आलोक इंटरप्राइजेज में कलेक्शन का काम करता था. वह रुपए कलेक्शन के लिए बनमनखी गया और वहां से कंपनी के 18.50 लाख रुपये कलेक्शन कर बाइक से पूर्णिया आ रहा था. घटना के दिन धनंजय चंद्र दास ने अपने मालिक को दी कि माउंटजोन स्कूल के पास पहुंचने पर बाइक सवार अपराधियों ने रुपए से भरा बैग लेकर बनभाग की तरफ भाग गए. आशीष ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.

बयान बदलने से गहराया संदेह: सदर एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार सरोज ने मौके पर पहुंच कर जब पूछताछ की तो धनंजय लगातार अपना बयान बदलने लगा. पुलिस को धनंजय के बयान पर शक हुआ और जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारे राज उगल दिए. इसके बाद छापेमारी कर धनंजय कुमार दास को घटना में शामिल साथी राम दास, चन्द्र दास व तपन दास के साथ सदर थाने के नयाटोला बसंतबाग से धर दबोचा गया. स्वीकारोक्ति बयान में लूटकांड के मास्टरमाइंड धनंजय ने बताया कि रुपया कलेक्शन कर पूर्णियां लौटने के क्रम में अपने मोबाईल से कॉल कर उसने अपने मित्र राम दास व तपन दास को बनभाग बुलाया. योजनानुसार रुपए से भरा बैग चक परोरा बनभाग के समीप राम दास को दे दिया. इसके बाद धनंजय ने माउंटजोन स्कूल के समीप पहुंचकर अपने मालिक को लूट की मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी.

फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्तों में पीड़ित के स्टाफ धनंजय चन्द्र दास, राम दास व तपन दास के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर 2 मोटरसाइकिल, 3 मोबाईल फोन समेत कुल 7 लाख 70 हजार रुपए बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के निशानदेही पर राजू कुमार चौधरी के घर छापामारी की गई. छापेमारी के दौरान राजू कुमार चौधरी को फरार पाया गया. हालांकि उसके घर तलाशी लेने पर 2 लाख 70 हजार रुपए पुलिस के हाथ लग गए.

ये भी पढ़ें: 'बंधन बैंक लूट कांड का जल्द होगा खुलासा, पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग'- बक्सर SP

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गठित हुई थी विशेष जांच टीम: मधुबनी टीओपी थाना में घटित 18.50 लाख के लूट की घटना का पर्दाफाश करते हुए पूर्णिया के एसपी दयाशंकर (Purnia SP Dayashankar) ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी सुरेन्द्र कुमार सरोज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. इसमें पुअनि वरुण कुमार झा, संतोष कुमार, अंशु कुमारी, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, मधुबनी टीओपी प्रभारी पवन कुमार चौधरी, विजय कुमार, तकनीकी शाखा के कर्मी सुनील कुमार, रोहित कुमार, इंद्रजीत कुमार, रंजीत कुमार, सुबोध कुमार, सुमित एवं पप्पू कुमार जैसे पुलिस कर्मी शामिल थे.

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साथियों के साथ रची थी लूट की कहानी: इस लूट कांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने जो वजह बताई, उसे सुनकर हर किसी के कान खड़े हो गए. मामले की छानबीन के दौरान पुलिस टीम की शक की सुई कलेक्शन कर्मी धनंजय पर ही आकर ठहरी. गिरफ्तार आरोपी धनंजय चंद्र दास गुलाबबाग स्थित आशीष कुमार के आलोक इंटरप्राइजेज में कलेक्शन का काम करता था. वह रुपए कलेक्शन के लिए बनमनखी गया और वहां से कंपनी के 18.50 लाख रुपये कलेक्शन कर बाइक से पूर्णिया आ रहा था. घटना के दिन धनंजय चंद्र दास ने अपने मालिक को दी कि माउंटजोन स्कूल के पास पहुंचने पर बाइक सवार अपराधियों ने रुपए से भरा बैग लेकर बनभाग की तरफ भाग गए. आशीष ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.

बयान बदलने से गहराया संदेह: सदर एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार सरोज ने मौके पर पहुंच कर जब पूछताछ की तो धनंजय लगातार अपना बयान बदलने लगा. पुलिस को धनंजय के बयान पर शक हुआ और जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारे राज उगल दिए. इसके बाद छापेमारी कर धनंजय कुमार दास को घटना में शामिल साथी राम दास, चन्द्र दास व तपन दास के साथ सदर थाने के नयाटोला बसंतबाग से धर दबोचा गया. स्वीकारोक्ति बयान में लूटकांड के मास्टरमाइंड धनंजय ने बताया कि रुपया कलेक्शन कर पूर्णियां लौटने के क्रम में अपने मोबाईल से कॉल कर उसने अपने मित्र राम दास व तपन दास को बनभाग बुलाया. योजनानुसार रुपए से भरा बैग चक परोरा बनभाग के समीप राम दास को दे दिया. इसके बाद धनंजय ने माउंटजोन स्कूल के समीप पहुंचकर अपने मालिक को लूट की मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी.

फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्तों में पीड़ित के स्टाफ धनंजय चन्द्र दास, राम दास व तपन दास के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर 2 मोटरसाइकिल, 3 मोबाईल फोन समेत कुल 7 लाख 70 हजार रुपए बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के निशानदेही पर राजू कुमार चौधरी के घर छापामारी की गई. छापेमारी के दौरान राजू कुमार चौधरी को फरार पाया गया. हालांकि उसके घर तलाशी लेने पर 2 लाख 70 हजार रुपए पुलिस के हाथ लग गए.

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