पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में किस मोहल्ले में कब बिजली कटेगी और आएगी, इसका कोई ठिकाना नहीं है. स्थिति यह है कि लोग तंग आकर रात में ही बिजली कटौती की शिकायत लेकर बिजली विभाग के दफ्तर पहुंच गए. लेकिन ग्राहकों को यहां समस्या के समाधान के बदले पदाधिकारियों से एफआईआर करा देने की धमकी मिली. कबमोबेश यही हालत जिले के सभी इलाकों (Electricity Shortage In Purnea) का है. बिजली कटने का कोई टाइम नहीं है. देर रात से लेकर दिन के किसी भी पहर बिजली चली जाती है.
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रात को अंधेरे में रहने को मजबूर: उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई कट होने पर सबसे अधिक दिक्कत रात (Problem Due to Power Shortage) के समय होता है. इस वक्त आम जन अंधेरे में रहने को मजबूर हो जाते हैं. उपभोक्ता रूपेश कुमार झा ने बताया कि देर रात सिपाही टोला में बिजली कटने के बाद हमलोग बिजली ऑफिस पहुंचे थे. वहां पर देखा कि बिजली मिस्त्री आराम से सो रहे हैं. अधिकारी भी पंखा में हवा खाते दिखे. जब उन्हें बिजली कटौती की समस्या से अवगत कराया गया तो वे एफआईआर कराने की धमकी देने लगे.
उपभोक्ताओं में भारी नाराजगी: बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि अब तो बिजली विभाग पूरे तरीके से प्राइवेट हो गया है. लोगों के घरों में प्रीपेड मीटर भी लग गया. उपभोक्ता पहले ही बिल जमा कर देते हैं. फिर भी बिजली सप्लाई बाधित होने पर टेक्नीकल फॉल्ट दूर करने में कई घंटे लग जाते हैं. जब बिजली विभाग के कंट्रोल रूम फोन करने पर जल्दी रिस्पांस नहीं मिलता. अगर फोन उठ भी जाए तो सही ढंग से कर्मचारी बात हीं करते हैं. बिजली मेंटेनेंस का काम बरसात में किया जाता है. जिससे परेशानी और बढ़ जाती है.
जब मामले पर बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवाकर लाल ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। आपके द्वारा मामला मेरे संज्ञान में आया है। इसकी जांच कर उचित कार्रवाई होगी. इधर, बिजली उपभोक्ता बिजली कटौती की समस्या को जल्द दूर करने की मांग कर रहे हैं.