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पूर्णिया में 'आशीर्वाद' लेने के दौरान बोले चिराग- सर्वदलीय बैठक नहीं, पिता के सपनों को पूरा करना पहली प्राथमिकता

चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत 16 जुलाई से बिहार के कटिहार जिले से शुरू कर दी है. इस कड़ी में वे शनिवार को पूर्णिया पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. किसी भी बैठक से पहले मेरी प्राथमिकता अपने पिता के सपनों को पूरा करना है. पढ़ें पूरी खबर...

CHIRAG PASWAN
CHIRAG PASWAN
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Published : Jul 17, 2021, 8:51 PM IST

पूर्णिया: जमुई से लोकसभा सदस्य चिराग पासवान (Chirag Paswan) अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की कर्मभूमि हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) शुरू कर चुके हैं. शुक्रवार से चिराग ने आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 की शुरुआत की है. इस कड़ी में वे शनिवार को पूर्णिया पहुंचे. जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्‍वागत किया. इस दौरान चिराग पासवान ने सर्वदलीय बैठक पर जवाब देते हुए कहा कि आशीर्वाद यात्रा मेरी पहली प्राथमिकता है.

यह भी पढ़ें - आशीर्वाद यात्रा के दौरान नवगछिया में बोले चिराग- गठबंधन का फैसला चुनाव के समय, अभी संगठन पर काम

आशीर्वाद यात्रा का पहला चरण 12 जुलाई तक था. लेकिन, यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग पासवान शनिवार को अचानक दिल्ली लौट गए थे. अब उनकी आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 शुक्रवार यानी 16, 17 और 18 जुलाई को होनी है. बता दें कि लोजपा में पड़ी फूट के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा के जरिए बिहार की जनता का समर्थन जुटाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं.

देखें वीडियो

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से मॉनसून सत्र को देखते हुए आगामी 18 जुलाई को सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) बुलाई गई है. जिसमें चिराग पासवान को भी आमंत्रित किया गया है. इसी बैठक को लेकर चिराग पासवान से संवाददाता ने सवाल किया. जिस पर उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता किसी बैठक में शामिल होने से पहले, पिता के सपने को पूरा करना है. चिराग ने कहा कि जिस प्रकार अपनों ने उन्हें खंजर भोंका है, यह आशीर्वाद यात्रा उनके विरुद्ध युद्ध की एक हुंकार है.

यह भी पढ़ें - PM के सर्वदलीय बैठक में चिराग पासवान सम्मिलित होंगे या नहीं संशय बरकरार

वहीं, आशीर्वाद यात्रा के तय कार्यक्रमों के तहत बाबा साहब अंबेडकर व भोला पासवान शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद वे दिवगंत लोजपा नेता अनिल उरांव के घर उनके परिजनों से मिलने पहुंचे. इस बाबत उन्होंने कहा कि अनेक कार्यक्रम और दुनिया भर के मुश्किलों के बीच अब जब उनके पिता उनके बीच नहीं है. उनकी यह प्रतिज्ञा है कि पार्टी को वे फिर से मजबूत बनाएंगे. जिस प्रकार उनके पिता जनता से सीधे तौर पर जुड़े थे, अब वे लोगों से जुड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आम जनता का भरपूर प्यार पिता जी और उनकी पार्टी को मिले, इसके लिए वे आशीर्वाद यात्रा पर निकल पड़े हैं.

"प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. किसी भी बैठक से पहले मेरी प्राथमिकता अपने पिता के सपनों को पूरा करना है. जैसा कि सभी जानते हैं कि अभी मैं आशीर्वाद यात्रा पर हूं. आशीर्वाद यात्रा के जरिए जनता से जुड़ाव और बेशुमार आशीर्वाद पाना मेरा पहला और आखरी मकसद है. अभी दिवंगत रामविलास पासवान के विचारों के तहत लोगों के लिये काम करने का वक्त है. पापा ने जो सिखाया है. उसी रास्ते पर चलना है. आगे संगठन की मजबूती पर भी ध्यान देना है."- चिराग पासवान, सांसद

चिराग पासवान ने चुनाव चिन्ह से जुड़े सवाल पर कहा कि यह मामला अभी चुनाव आयोग के समक्ष है. उस पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते. मध्यवर्ती चुनाव से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए चिराग ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार किसी एलायंस में रहेंगे या नहीं इसका फैसला आगे करेंगे.

बता दें कि लोजपा के प्रधान सचिव संजय पासवान ने कहा था कि चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा के दूसरे चरण का शेड्यूल 16, 17 और 18 जुलाई को पहले से तय है. चिराग अपनी यात्रा को इस समय ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं. सर्वदलीय बैठक का निमंत्रण भी महज दो-तीन दिन पहले मिला है. इस वजह से चिराग इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे.

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पूर्णिया: जमुई से लोकसभा सदस्य चिराग पासवान (Chirag Paswan) अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की कर्मभूमि हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) शुरू कर चुके हैं. शुक्रवार से चिराग ने आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 की शुरुआत की है. इस कड़ी में वे शनिवार को पूर्णिया पहुंचे. जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्‍वागत किया. इस दौरान चिराग पासवान ने सर्वदलीय बैठक पर जवाब देते हुए कहा कि आशीर्वाद यात्रा मेरी पहली प्राथमिकता है.

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आशीर्वाद यात्रा का पहला चरण 12 जुलाई तक था. लेकिन, यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग पासवान शनिवार को अचानक दिल्ली लौट गए थे. अब उनकी आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 शुक्रवार यानी 16, 17 और 18 जुलाई को होनी है. बता दें कि लोजपा में पड़ी फूट के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा के जरिए बिहार की जनता का समर्थन जुटाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से मॉनसून सत्र को देखते हुए आगामी 18 जुलाई को सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) बुलाई गई है. जिसमें चिराग पासवान को भी आमंत्रित किया गया है. इसी बैठक को लेकर चिराग पासवान से संवाददाता ने सवाल किया. जिस पर उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता किसी बैठक में शामिल होने से पहले, पिता के सपने को पूरा करना है. चिराग ने कहा कि जिस प्रकार अपनों ने उन्हें खंजर भोंका है, यह आशीर्वाद यात्रा उनके विरुद्ध युद्ध की एक हुंकार है.

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वहीं, आशीर्वाद यात्रा के तय कार्यक्रमों के तहत बाबा साहब अंबेडकर व भोला पासवान शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद वे दिवगंत लोजपा नेता अनिल उरांव के घर उनके परिजनों से मिलने पहुंचे. इस बाबत उन्होंने कहा कि अनेक कार्यक्रम और दुनिया भर के मुश्किलों के बीच अब जब उनके पिता उनके बीच नहीं है. उनकी यह प्रतिज्ञा है कि पार्टी को वे फिर से मजबूत बनाएंगे. जिस प्रकार उनके पिता जनता से सीधे तौर पर जुड़े थे, अब वे लोगों से जुड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आम जनता का भरपूर प्यार पिता जी और उनकी पार्टी को मिले, इसके लिए वे आशीर्वाद यात्रा पर निकल पड़े हैं.

"प्रधानमंत्री मोदी की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. किसी भी बैठक से पहले मेरी प्राथमिकता अपने पिता के सपनों को पूरा करना है. जैसा कि सभी जानते हैं कि अभी मैं आशीर्वाद यात्रा पर हूं. आशीर्वाद यात्रा के जरिए जनता से जुड़ाव और बेशुमार आशीर्वाद पाना मेरा पहला और आखरी मकसद है. अभी दिवंगत रामविलास पासवान के विचारों के तहत लोगों के लिये काम करने का वक्त है. पापा ने जो सिखाया है. उसी रास्ते पर चलना है. आगे संगठन की मजबूती पर भी ध्यान देना है."- चिराग पासवान, सांसद

चिराग पासवान ने चुनाव चिन्ह से जुड़े सवाल पर कहा कि यह मामला अभी चुनाव आयोग के समक्ष है. उस पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते. मध्यवर्ती चुनाव से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए चिराग ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार किसी एलायंस में रहेंगे या नहीं इसका फैसला आगे करेंगे.

बता दें कि लोजपा के प्रधान सचिव संजय पासवान ने कहा था कि चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा के दूसरे चरण का शेड्यूल 16, 17 और 18 जुलाई को पहले से तय है. चिराग अपनी यात्रा को इस समय ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं. सर्वदलीय बैठक का निमंत्रण भी महज दो-तीन दिन पहले मिला है. इस वजह से चिराग इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे.

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