पूर्णियाः भवानीपुर प्रखंड के सोनदीप गांव में एक 5 साल का मासूम खेलने के क्रम में 100 फिट गहरे बोरवेल में जा गिरा. नन्हा राजा 10 फिट की गहराई में जा फंसा. जिसके बाद ग्रामीणों की घंटों मशक्कत के बाद किसी तरह रेस्क्यू कर उसकी जान बचाई जा सकी.
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बोरवेल में गिरा 5 वर्षीय राजा
दरअसल रोंगटे खड़े करने वाला यह समूचा वाक्या दोपहर करीब 2 बजे का है. पिता मिट्ठू ठाकुर के मुताबिक मां रेणु देवी खेत में मवेशी के चारा के लिए घास काट रही थी. राजा उनसे कुछ दूरी पर कुछ बच्चे के साथ खेल में मशगूल था. इसी दौरान राजा पास बने बोरवेल में जा गिरा. खेल रहे बच्चों ने जब राजा को गिरते देखा तो शोर मचाना शुरू किया. कुछ दूरी पर ही घांस काट रही मां को जब पता चला कि उसका राजा बोरवेल में जा समाया है, तो वह बचाने के लिए चिल्लाने लगी.
आसपास के लोग चिल्लाने की आवाज सुन वहां पहुंचे. देखा कि अंदर से मासूम के रोने की आवाज आ रही है. ग्रामीणों ने टॉर्च जलाकर देखा तो बच्चा करीब 10 फिट की गहराई पर दिखाई दे रहा था.
काम आया ग्रामीणों का सूझबूझ और रेस्क्यू
बगैर किसी देरी के सूझबूझ का परिचय देते हुए लोगों ने बोरवेल में रस्सी गिराया. जगह के अभाव में बच्चा हिल नहीं सकता था. बोरबेल 100 फीट गहरा था. बच्चा करीब 10 फीट की गहराई में बिलखता दिखाई दे रहा था. इस दौरान बच्चे के बोरवेल के गड्ढे में गिरने की खबर आग की तरह फैल चुकी थी. कुछ मिनटों में ही गांव के सैकड़ों लोग बोरवेल से बच्चे को निकालने में जुट गए.
तो ऐसे बोरबेल से निकला मासूम
बगैर किसी देरी के ग्रामीण बचाव कार्य में लगे गए. पहले बोरवेल से लागभग 15 फीट की दूरी पर कुदाल से मिट्टी हटाना शुरू किया गया. बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से जेसीबी मशीन से रास्ता बनाया गया. 10 फीट की गहराई के समानांतर रास्ता बनाकर राजा को बोरवेल से बाहर निकाला गया. बोरवेल से राजा को बाहर निकलते देख वहां मौजूद लोगों ने बचाव कार्य में लगे लोगों की ताली के साथ स्वागत की. इस दौरान किसी के चेहरे में बेसुमार सुकून था. तो वहीं किसी के आंखें खुशी के मारे लाल हो रही थी.
इस बाबत विकास पदाधिकारी प्रेम कुमार ने बताया कि सतीश सिंह के दरवाजे पर बोरवेल नियमानुसार है या नहीं, मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.