पूर्णियाः डगर लाख मुसीबतों से हीं भरी क्यों न हो, जब हौंसले बुलंद हों तो संकल्प को सिद्धि में बदलते वक्त नहीं लगता. इन पंक्तियों को सच साबित कर रहे हैं लोगों के बीच स्वच्छता का अलख जगा रहे युवा लुइस दास. देश को स्वच्छ और सुंदर बनाने का जुनूनी मुहिम लिए 25 साल के लुइस साइकिल से घूम-घूमकर 'यूज डस्टबिन' और 'नो मोर प्लास्टिक' का संदेश देकर जन-जन को जागरूक कर रहे हैं.
डस्टबिन प्रयोग का बताया महत्व
बापू के स्वच्छ भारत सुंदर भारत का सपना साकार करने निकले लुइस शनिवार को अपने इस अभियान के तहत पूर्णिया पहुंचे. इसके तहत उन्होंने लोगों को डस्टबिन प्रयोग का महत्व बताया. लोगों ने उनका काफी गर्मजोशी से स्वागत किया. वहीं स्वच्छ भारत अभियान के बैनरों से सजी लुइस की यह साइकिल हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई.
उत्तराखंड के सीतापुर से हुई शुरूआत
लुइस की यह मुहिम तब शुरू हुई जब उन्होंने उत्तराखंड के सीतापुर स्थित डीएम दफ्तर के पास बिखड़ी पड़ी गंदगी को देखकर इसकी शिकायत करनी चाही. लेकिन डीएम ने मिलने से साफ इंकार कर दिया. जिसके बाद वे डीएम दफ्तर के पास धरने पर बैठ गए.
तय कर चुके हैं हजारों किलोमीटर का फासला
लुइस अपने इस अभियान के तहत अब तक हजारों किलोमीटर का फासला तय कर चुके हैं. हरिद्वार से शुरू हुई उनकी यह मुहिम उत्तराखंड के कोने-कोने से होते हुए उत्तरप्रदेश पहुंची. जिसके बाद वे पूर्णिया पंहुचे.
स्वच्छता के प्रति जागरूक करना मकसद
लुइस ने बताया कि उनकी इस मुहिम का असल मकसद लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है. इस सफर के लिए उन्होंने साइकिल को इसलिए चुना ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचा सके.