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उद्योग विभाग की लोन योजना युवाओं को नहीं आ रही रास, कहा- 'सरकार अपने वादे के तहत दे रोजगार'

बिहार सरकार (Bihar Government) के उद्योग विभाग ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना (Mukhyamantri Yuva Udyami Yojana) शुरू की है. ऐसे में इस योजना के प्रति युवाओं का कितना रुझान है और उन्हें कितना रास आ रही है, ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने कई युवाओं से बातचीत की.

पटना
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Published : Jul 8, 2021, 10:44 PM IST

पटना: बिहार सरकार (Bihar Government) ने युवाओं को 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. हालांकि, अब तक इस क्षेत्र में सरकार की तरफ से कोई पहल देखने को नहीं मिली है. हालांकि, बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना (Mukhyamantri Yuva Udyami Yojana) की शुरुआत की गई है.

ये भी पढ़ें- CMIE की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा : बिहार में घटा रोजगार, बढ़ गई बेरोजगारी दर

जिसके तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए 10 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें पांच लाख अनुदान दिया जाएगा और 5 लाख पर 1% ब्याज लिया जाएगा. युवाओं को 7 सालों में यानी कि 84 किस्त में शेष बची राशि लौटानी है.

देखिए रिपोर्ट

पटना के अनिशाबाद के रहने वाले अमन कुमार जो पिछले 2 वर्षों से जनरल कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने तो रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन अब रोजगार तो नहीं दे रहे हैं लेकिन लोन जरूर दे रहे हैं। ऐसे में हमारे लिए काफी मुश्किल है क्योंकि हम लगातार तैयारी कर रहे हैं. अगर कोई उद्योग लगाने या फिर किसी नए बिजनेस के तरफ जाएंगे, तो काफी समय लग जाएगा और हमारी जो तैयारी है, वह भी खत्म हो जाएगी.

''बात 19 लाख रोजगार की हुई थी और इस योजना के तहत केवल 8000 लोगों को ही लाभ मिलेगा. इससे साफ पता चलता है कि सरकार कहीं ना कहीं युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रही है. लेकिन, युवा पीढ़ी झांसे में नहीं आने वाली है. सरकार ने जो वादा किया था वह सरकार को पूरा करना ही होगा.''- अमन कुमार, छात्र, जनरल कंपटीशन

वहीं, कंकड़बाग के रहने वाले अमित कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना कुछ हद तक बेहतर है, लेकिन सभी के लिए यह ठीक नहीं है. बिहार में बेरोजगार लोगों की संख्या काफी अधिक है और हमें नहीं लगता कि यह 8000 लोगों को लोन मिलने से युवाओं का कुछ लाभ होगा.

''इस योजना का लाभ उठाने की प्रक्रिया भी काफी लंबी है जो भी स्टूडेंट है उनके पास ना तो जीएसटी नंबर है और ना ही करंट अकाउंट है. लेकिन, आवेदन भरने के समय यह सभी जानकारियां मांगी जाती है. ऐसे में हम इस योजना का लाभ कैसे उठाएं. सरकार अपने वादे से मुकर रही है. सरकार ने रोजगार देने का वादा किया था और अब लोन दे रही है. हम तो सरकार से यही मांग करेंगे कि सरकार ने जो वादा किया था उसे पूरा करें और 19 लाख युवाओं को रोजगार दें.''- अमित कुमार शर्मा, युवा

ये भी पढ़ें- 'रोजगार' फिर बना मुद्दा: विपक्ष ने मंशा पर उठाया सवाल तो बोले सरकार के मंत्री- अभी तो 7 महीने ही हुए

साफ है कि बिहार सरकार और उद्योग विभाग द्वारा लोन देने की जो योजना की शुरुआत की गई है, वह युवाओं को रास नहीं आ रही है. उन्होंने साफ कह दिया है कि उन्हें सिर्फ और सिर्फ रोजगार चाहिए.

पटना: बिहार सरकार (Bihar Government) ने युवाओं को 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. हालांकि, अब तक इस क्षेत्र में सरकार की तरफ से कोई पहल देखने को नहीं मिली है. हालांकि, बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना (Mukhyamantri Yuva Udyami Yojana) की शुरुआत की गई है.

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जिसके तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए 10 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें पांच लाख अनुदान दिया जाएगा और 5 लाख पर 1% ब्याज लिया जाएगा. युवाओं को 7 सालों में यानी कि 84 किस्त में शेष बची राशि लौटानी है.

देखिए रिपोर्ट

पटना के अनिशाबाद के रहने वाले अमन कुमार जो पिछले 2 वर्षों से जनरल कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने तो रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन अब रोजगार तो नहीं दे रहे हैं लेकिन लोन जरूर दे रहे हैं। ऐसे में हमारे लिए काफी मुश्किल है क्योंकि हम लगातार तैयारी कर रहे हैं. अगर कोई उद्योग लगाने या फिर किसी नए बिजनेस के तरफ जाएंगे, तो काफी समय लग जाएगा और हमारी जो तैयारी है, वह भी खत्म हो जाएगी.

''बात 19 लाख रोजगार की हुई थी और इस योजना के तहत केवल 8000 लोगों को ही लाभ मिलेगा. इससे साफ पता चलता है कि सरकार कहीं ना कहीं युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रही है. लेकिन, युवा पीढ़ी झांसे में नहीं आने वाली है. सरकार ने जो वादा किया था वह सरकार को पूरा करना ही होगा.''- अमन कुमार, छात्र, जनरल कंपटीशन

वहीं, कंकड़बाग के रहने वाले अमित कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना कुछ हद तक बेहतर है, लेकिन सभी के लिए यह ठीक नहीं है. बिहार में बेरोजगार लोगों की संख्या काफी अधिक है और हमें नहीं लगता कि यह 8000 लोगों को लोन मिलने से युवाओं का कुछ लाभ होगा.

''इस योजना का लाभ उठाने की प्रक्रिया भी काफी लंबी है जो भी स्टूडेंट है उनके पास ना तो जीएसटी नंबर है और ना ही करंट अकाउंट है. लेकिन, आवेदन भरने के समय यह सभी जानकारियां मांगी जाती है. ऐसे में हम इस योजना का लाभ कैसे उठाएं. सरकार अपने वादे से मुकर रही है. सरकार ने रोजगार देने का वादा किया था और अब लोन दे रही है. हम तो सरकार से यही मांग करेंगे कि सरकार ने जो वादा किया था उसे पूरा करें और 19 लाख युवाओं को रोजगार दें.''- अमित कुमार शर्मा, युवा

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साफ है कि बिहार सरकार और उद्योग विभाग द्वारा लोन देने की जो योजना की शुरुआत की गई है, वह युवाओं को रास नहीं आ रही है. उन्होंने साफ कह दिया है कि उन्हें सिर्फ और सिर्फ रोजगार चाहिए.

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