पटना: सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में वैशाली से आए एक फरियादी ने सीएम से सवाल करते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराया. युवक ने कहा कि पिता नक्सली हैं तो हम दोनों भाईयों को प्राइवेट नौकरी से क्यों निकाल दिया गया? शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश कुमार बिना देरी किए डीजीपी को फोन घुमाया.
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फरियादी युवक ने सीएम नीतीश से कहा कि हुजूर हमारा क्या दोष है? अगर हमारे पिता नक्सली हैं तो हम दोनों भाईयों को प्राइवेट नौकरी से क्यों निकाल दिया गया? इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा कि तुम्हारे साथ क्या हुआ? तो फरियादी ने कहा कि कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया, और पूछने पर बताया कि आईबी और पुलिस की रिपोर्ट पर आपको नौकरी से निकाला जा रहा है.
इस पर युवक ने कहा कि आखिर हमारा क्या कसूर? हमारे पिता नक्सली हैं तो उसकी सजा उन्हें मिले. नौकरी से निकाले जाने के बाद हमारी मां डिप्रेशन में चली गई है. इसमें हमारी मां और हम दोनों भाईयों का क्या कसूर है. यह सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा कि, यह बात तो सही कि पिता की सजा पुत्र को क्यों ? इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फोन लगाया और कहा कि ये वैशाली से आये हैं. जेल में हत्या हो गई और इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. तुरंत इस मामले को देखिए.
बता दें कि अक्टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
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