पटना: दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को पटना जू में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव अपने आवास से पटना जू साइकिल चलाकर पहुंचे और साइकल से उन्होंने पटना जू का भ्रमण किया.
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दर्शक कर सकेंगे पटना जू में काले तेंदुए का दीदार: इस दौरान मंत्री तेज प्रताप यादव के द्वारा सबसे पहले असम से मंगाए गए काले तेंदुए को आम लोगों के दीदार के लिए रिलीज किया गया. चिड़ियाघर में एक नया रेस्टोरेंट भी खोला गया है. तेज प्रताप यादव के द्वारा फीटा काटकर और दीप प्रज्वलन कर इस रेस्टोरेंट का शुभारंभ किया गया है. इस रेस्टोरेंट का नाम मयूर कैफे रखा गया है.
'काले तेंदुए का नाम बघीरा': ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है और इस मौके पर बिहार का पहला तेंदुआ जिसको चिड़ियाघर में आम लोगों के दीदार के लिए रिलीज किया गया है, यह बिहार का गौरव है. इस काले तेंदुए का नाम बघीरा है. तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब से हमने पर्यावरण विभाग को संभाला है तब से मेरी कोशिश है कि चिड़ियाघर ही नहीं बल्कि बिहार को कुछ नया चीज मिले और उस दिशा में लगातार हम काम कर रहे हैं.
"सभी विभाग के कर्मचारी अधिकारी की मेहनत का नतीजा है कि आज कुछ अच्छा हो रहा है. खासकर चिड़ियाघर के जो डायरेक्टर हैं वह काफी अच्छा काम कर रहे हैं. साइकिल चलाना पर्यावरण और अपने शरीर के लिए काफी फायदेमंद है."- तेज प्रताप यादव, वन एवं पर्यावरण मंत्री, बिहार
साइकिल चलाने की अपील: वही मंत्री ने पटना जू के कर्मियों को कहा है कि कम से कम सप्ताह में 1 दिन साईकिल से जू पहुंचे क्योंकि पटना जू के आसपास का इलाका साइलेंट जोन है. इससे आम लोगों में भी जागरूकता आएगी. वाल्मीकिनगर में पहले बाघों की संख्या 8 थी और आज बाघ संरक्षण पर काम किया जा रहा है, जिसका नतीजा है कि अब बाघों की संख्या 52 हो गई है.
VTR से कैमूर तक साइकिल यात्रा करेंगे तेज प्रताप: वहीं उन्होंने ऐलान किया कि आने वाले समय में वाल्मीकिनगर से कैमूर तक साइकिल यात्रा निकालकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश लोगों को देंगे. डेट फिक्स कर जानकारी दी जाएगी. मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा की पटना जू के 50वीं वर्षगांठ के मौके पर विशेष कार्यक्रम 8 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है. जिसमें स्कूली छात्र छात्राएं भाग ले रहे हैं. ऐसे में आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर उन्होंने पटना जू में भाग ले रहे छात्र-छात्राओं को उन्होंने राजगीर का जू सफारी निशुल्क घुमाने का ऐलान किया है. वहीं इस मौके पर मंत्री तेज प्रताप यादव के द्वारा बीमार बाघ के देखरेख में जुटे रहे पटना जू के कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर के सम्मानित किया गया.
103 एकड़ में फैला है पटना जू : संजय गांधी जैविक उद्यान का इतिहास भी काफी लंबा है. संजय गांधी जैविक उद्यान पटना की स्थापना बिहार सरकार द्वारा एक वनस्पति उद्यान के रूप में की गई थी. उस समय बिहार के तत्कालीन राज्यपाल नित्यानंद कानूनगो ने उद्यान की स्थापना के लिए वन विभाग को 34 एकड़ भूमि प्रदान की गई थी. 1972 में बिहार सरकार के वन विभाग द्वारा इसका नाम बदलकर जैविक उद्यान कर दिया गया. फिलहाल जैविक उद्यान का क्षेत्रफल 103 एकड़ है.
पटना चिड़ियाघर में बाघों का इतिहास: पटना जू में बाघों के इतिहास की शुरुआत वर्ष 1975 से हुई. दिल्ली चिड़ियाघर से मोती नामक एक नर बाघ लाया गया था. वर्ष 1980 में असम सरकार की ओर से मादा बाघिन बल्बो, रानी और फौजी दिए गए थे. उसके बाद साल 1983 में बाघों का प्रजनन प्रारंभ हुआ और प्रथम बार 1 जनवरी 1983 को बल्बो रानी ने एक मादा बच्चे को जन्म दिया.
वर्तमान में पटना चिड़ियाघर में 7 बाघ हैं जिसमें एक 4 मादा और तीन नर बाघ हैं. 4 मार्च 2014 में बाघिन भवानी, 13 मार्च 2017 में मादा बाघिन बघी, 12 सितंबर 2014 में बाघिन संगीता, 25 मई 2022 में नर बाघ केसरी और विक्रम, 25 मई 2022 में मादा बाघिन रानी का जन्म हुआ. अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव विभाग के सचिव वंदना प्रेयसी पटना जू डायरेक्टर सत्यजीत कुमार और कई लोग मौजूद रहे.