पटना : आज के दिन को विश्व गठिया दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. गठिया रोग से बचाव और लोगों को इसके प्रति जागरूकता को लेकर साल 1996 से हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है. विश्व गठिया दिवस 2023 की थीम 'इट्स इन योर हैंड्स (It's in your hands) है. यानी गठिया से बचना आपके अपने हाथों में है. लाइफस्टाइल में सुधार करके और कुछ बातों का ध्यान रखकर गठिया रोग से बचाव किया जा सकता है.
गठिया से कैसे बचें ? : पटना के प्रख्यात आर्थोपेडिक चिकित्सक, डॉक्टर निशिकांत कुमार ने बताया कि स्वस्थ जीवनशैली, धूम्रपान से दूरी, शारीरिक श्रम, विटामिन डी का सेवन, पौष्टिक आहार और समय पर नजदीकी चिकित्सक से परामर्श आपको गठिया से बचा जा सकता है. गठिया कई प्रकार के होते हैं और समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह बीमारी आगे चलकर काफी गंभीर हो सकती है.
''गठिया बहुत ही पीड़ादायक बीमारी है. गठिया यानी आर्थराइटिस में घुटनों और कूल्हे की हड्डियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. जोड़ों में सूजन से जोड़ टेढ़े होने शुरू हो जाते हैं. जोड़ों में मरीज को जब असहनीय पीड़ा हो और उनका दैनंदिन गतिविधियां प्रभावित होने लगे, ऐसे में घुटना रिप्लेसमेंट से आप पहले जैसे कार्य करने में सक्षम हो सकते हैं.''- डॉक्टर निशिकांत कुमार, आर्थोपेडिक चिकित्सक
युवाओं में गठिया होना चिंताजनक : डा. निशिकान्त ने कहा कि आजकल युवाओं में भी गठिया की गंभीरता दिखायी दे रही है, जो चिंताजनक है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि घुटना रिप्लेसमेंट के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है. सर्जरी से पूर्व इतना ध्यान जरूर रखें कि इलाज श्रेष्ठ, अनुभवी सर्जन से ही करायें, तथा अस्पताल में उपलब्ध संसाधन बेहतर गुणवत्ता के हों.