मसौढ़ी: मसौढ़ी के विभिन्न गांवों में इन दिनों मशरूम महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया बन गया है. एक हद तक महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर भी बना रही हैं. पटना के ग्रामीण इलाकों की कई महिलाएं वर्टिकल खेती के सहारे घर पर ही मशरूम की खेती कर रही हैं. ऐसी कई महिलाएं जो कुछ सालों पहले अपने घरों में चूल्हा-चौकी तक सिमटी रहती थीं, वे अब घर चलाने में आर्थिक रूप से भी सहयोग कर रही हैं.
किस्मत संवार रहीं महिलाएं
महिलाएं मशरूम की खेती कर अपना किस्मत संवार रही हैं. सभी महिलाओं को मशरूम की खेती एक रिटायर्ड फौजी सीताराम सिंह सिखा रहे हैं. मसौढ़ी के जगपुरा गांव में दर्जनों महिलाएं इन दिनों मशरूम की खेती सीख रही हैं. घरों में मशरूम का उत्पादन भी कर रही हैं. इससे उन्हें अच्छी आमदनी भी हो रही है. सीताराम सिंह बताते हैं, अब गांव में इन महिलाओं को देख कर अन्य महिलाएं भी प्रेरणा ले रही हैं. बाजार में मशरूम 250 रुपए किलो की दर से बेच भी रही हैं.
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स्वावलंबी हो रही महिलाएं
पटना के ग्रामीण इलाकों में मसौढ़ी के जगपुरा गांव में इन दिनों महिलाएं स्वावलंबी होने की राह पर निकल पड़ी हैं. वर्टिकल खेती के सहारे अपने ही घरों में मशरूम की खेती कर अच्छी आमदनी कर रही हैं. सीताराम सिंह सभी महिलाओं को मशरूम की खेती करना सिखा रहे हैं.