पटना: केंद्रीय विद्यालय के निर्माण की मांग पर रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने 5 दिनों तक अनशन किया था. हालांकि सरकार ने कुशवाहा की मांग पर दो टूक जवाब दे दिया. जिसके बाद महागठबंधन के तमाम नेताओं ने कुशवाहा का अनशन तुड़वाया था. अभी कुशवाहा दिल्ली में इलाज करवा रहे हैं. अनशन के दौरान उन्हें पीलिया हो गया था. वहीं नेताओं के बीच अब बड़ा सवाल ये है कि दिल्ली से लौटने के बाद कुशवाहा महागठबंधन में जान डाल पाएंगे.
वापस लौट रहे हैं कुशवाहा
दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा के अनशन तोड़ने के वक्त महागठबंधन के तमाम नेताओं ने कहा था कि बहुत जल्द ही राज्य और केंद्र के सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन होगा. लेकिन, कुशवाहा ने भी कई ट्वीट कर जल्द पटना लौट कर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही है. सवाल यह है कि क्या दिल्ली से लौट उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में जान डाल पाएंगे.
महागठबंधन देगा साथ
इस मुद्दे पर आरजेडी का कहना है कि नीतीश कुमार शिक्षा के मुद्दे पर भी जब विपक्ष की बात नहीं सुन रहे हैं तो यह साफ है कि उन्हें राज्य के विकास से कोई मतलब नहीं है. आरजेडी नेता और विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव ने ऐलान कर दिया है कि उपेंद्र कुशवाहा की मांग को तमाम विपक्षी दल एकजुट होकर उठाएंगे.
'तमाम दल एक साथ खड़े होंगे'
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार के लोग डर के साए में जीने को विवश हो गए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि महागठबंधन के कोई भी दल किसी भी मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए उनके साथ खड़े होंगे. राठौर ने कहा चाहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, आरजेडी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा हो या वीआईपी पार्टी जनता के हित के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ महागठबंधन के तमाम दल एक साथ खड़े होंगे.
'नहीं बैठता इनका मेल'
बीजेपी विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि जब महागठबंधन के लोग एक साथ जुड़ते नहीं है तो उनका गठबंधन नहीं चलने का ही इतिहास है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं के विचार बिल्कुल अलग हैं इस स्थिति में इनका साथ चल पाना नामुमकिन है.