पटना: बिहार में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव समाप्त होने के बाद अब विधान परिषद के 24 सदस्यों के चुनाव (MLC Elections In Bihar) के लिए बहुत जल्द भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस संबंध में तिथि घोषित किया जाना है, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. ऐसे में विधान परिषद चुनाव में वोटर के रूप में मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य, जिला पार्षद और नगर निकाय के वार्ड पार्षद मतदाता होते हैं, लेकिन नगर परिषद मसौढ़ी में नगर निकाय भंग (Masaurhi Municipal Body dissolved) हो जाने के बाद वार्ड पार्षद इसके वोटर होंगे या नहीं इसको लेकर इन दिनों संशय बरकरार है.
कोरोना काल के दौरान पंचायत चुनाव में हुई देरी के कारण अब तक बिहार विधान परिषद का चुनाव नहीं हो सका था, लेकिन अब बहुत जल्द चुनाव आयोग द्वारा इसकी तिथि घोषित किए जाना है, जिसको लेकर विधान परिषद उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही है. ऐसे में मसौढ़ी में भी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. मसौढ़ी अनुमंडल के तीनों प्रखंड में मतदान केंद्र प्रखंड मुख्यालय पर बनाए जाते हैं, जहां वोटर के रूप में पंचायत और नगर निकाय के चुने हुए जनप्रतिनिधि मतदाता के रूप में होते हैं.
लेकिन, सबसे बड़ा सवाल यह है कि नगर परिषद में नगर निकाय भंग हो जाने के बाद वहां के 26 वार्ड पार्षद वोटर के रूप में शामिल होंगे या नहीं, इसको लेकर इन दिनों संशय बरकरार है. वहीं, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव ने कहा कि इस दिशा में जिला निर्वाचन पदाधिकारी से मार्गदर्शन मांगा गया है, जैसे ही इस आलोक में पत्र आएगा तो सभी वार्ड पार्षदों को चिट्ठी भेजी जाएगी और वह अपना मतदान कर सकेंगे.
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''इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी से मार्गदर्शन मांगा गया है सभी वार्ड पार्षदों का जब तक मार्गदर्शन नहीं आता है तब तक वार्ड पार्षदों को वोटर को लेकर संशय बरकरार है. नगर परिषद मसौढ़ी में 26 वार्ड पार्षद हैं. वहीं, इन दिनों नगर क्षेत्र का विस्तारीकरण, परिसीमन और वार्ड गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.''- जगन्नाथ यादव, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद मसौढ़ी
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